जहानाबाद नगर.
समाहरणालय स्थित ग्रामप्लेक्स भवन में एसपी अरविंद प्रताप सिंह एवं एडीएम विभागीय जांच विनय कुमार सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में जिला अभियोजन समिति की मासिक बैठक हुई. बैठक में पूर्व की बैठक की कार्यवाही की समीक्षा की गयी. जिसमें पाया गया कि जनवरी माह में विधि पदाधिकारियों द्वारा 443 कांडों का निष्पादन किया गया है. समीक्षा के क्रम में अपर समाहर्ता विभागीय जांच द्वारा प्रत्येक श्रेणी के कम से कम 25-25 वादों को चिह्नित कर विचरण करने का निर्देश दिया गया. त्वरित एवं सामान्य विचरण में शीघ्र निष्पादन कराने का निर्देश सभी अधिवक्ताओं को दिया गया. सभी विधि पदाधिकारियों द्वारा निष्पादित कांडों की भी समीक्षा की गयी तथा निर्देशित किया गया कि पुराने लंबित कांडों के निष्पादन की संख्या में प्रगति लाएं. बैठक में वैसे कांड जो सिर्फ डॉक्टर/अनुसंधानकर्ता की गवाही के लिए शेष है उसकी अलग से सूची तैयार करने के लिए ससमय न्यायालय में उपलब्ध कराने जाने के बिंदु पर भी विस्तार से समीक्षा की गई. सरकारी कर्मियों के विरुद्ध संचालित वादों के विचारण/निष्पादन में तेजी लाने तथा अभिलेख आदि एवं गवाहों की प्रस्तुति करने के बिंदु पर भी समीक्षा की गयी. वाद निष्पादन की गति धीमी रहने/निष्पादित मामले में सजा के मामले शून्य रहने तथा रिहाई का मामला ज्यादा रहने के बिंदु पर भी समीक्षा की गयी. पुलिस अधीक्षक द्वारा निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया गया तथा निष्पादन में आने वाले अवरोधों की भी समीक्षा की गयी. बैठक में विगत माह के बैठक में दिए गए निर्देशों की कार्यवाही पर परिचर्चा किया गया. बैठक में अपर समाहर्ता विभागीय जांच द्वारा बारी-बारी से निष्पादन कांडों एवं सजा से संबंधित बिंदुओं पर सभी विधि पदाधिकारियों की विशेष समीक्षा की गयी. अपर समाहर्ता विभागीय जांच द्वारा निर्देश दिया गया कि गंभीर प्रकृति के मामले में सभी विधि पदाधिकारी संबंधित न्यायालय से समन्वय स्थापित कर विशेष ध्यान रख कर मामले का निष्पादन कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें. पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी को संवेदनशील मामलों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया तथा वैसे मामले जो अंतिम चरण पर हैं और जिनमें साक्ष्य उपलब्ध है वैसे मामलों को चिन्हित करते हुए स्पीडी ट्रायल हेतु उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. पॉक्सो एक्ट, ड्रग रेप, जूवेनाइल एवं जघन्य आपराधिक मामलों को प्राथमिकता पर रखते हुए दोषियों के कनविक्शन रेट को बढ़ाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. सभी विधि पदाधिकारियों को हिदायत दिया गया कि अधिक से अधिक संख्या में मामले का निष्पादन करते हुए, सजा के बिंदुओं पर विशेष ध्यान देंगे. इसके साथ ही सरकारी राशि गबन संबंधित मामलों का निष्पादन सुनिश्चित करायेंगे. अपर समाहर्ता ने टाइटल सूट संबंधित मामलों का विशेष अनुश्रवण करने का निर्देश दिया. साथ ही डीयुटीआर इंट्री ऑन ए प्राक्सक्युशन पोर्टल पर दैनिक रूप से प्रविष्टि करने का निर्देश सभी विधि पदाधिकारियों को दिया गया. जिला अभियोजन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि ए प्राक्सक्युशन पोर्टल पर प्रविष्टि की जा रही है. अब तक 2495 वादों का पंजीकरण पोर्टल पर किया गया है तथा 290 डीयुटीआर की प्रविष्टि की गयी है. बैठक में एसपी द्वारा जिला अभियोजन शाखा, को निर्देश दिया गया कि जितने भी साक्ष्य के लिए लंबित मामले है, उसकी समीक्षा कर आइओ की उपस्थिति सुनिश्चित किया जाए ताकि मामले का निष्पादन हो सके. जिला अभियोजन समिति की बैठक में जीपी, लोक अभियोजक, विशेष लोक अभियोजक, जिला अभियोजन पदाधिकारी तथा सहायक अभियोजन पदाधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है