पेयजल संकट. शहर की बड़ी आबादी तक नहीं पहुंच रहा पानी
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जरूरत 8.4 एमएलडी पानी की , सप्लाई 5.4 एमएलडी
पेयजल संकट. शहर की बड़ी आबादी तक नहीं पहुंच रहा पानी शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए शहरी क्षेत्र में चार जबकि ग्रामीण इलाके में 13 जलमीनार बने हैं. शहरी क्षेत्र में जलमीनारों से आसपास के कई गांवों में जलापूर्ति की जाती है. हालांकि प्रतिदिन 8.4 एमएलडी पानी की आवश्यकता है जबकि 5.4 एमएलडी पानी ही […]
शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए शहरी क्षेत्र में चार जबकि ग्रामीण इलाके में 13 जलमीनार बने हैं. शहरी क्षेत्र में जलमीनारों से आसपास के कई गांवों में जलापूर्ति की जाती है. हालांकि प्रतिदिन 8.4 एमएलडी पानी की आवश्यकता है जबकि 5.4 एमएलडी पानी ही आपूर्ति की जाती है.
जहानाबाद नगर : शहरी क्षेत्र की 70 हजार से अधिक की आबादी को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करायी जा रही है. इसके लिए प्रतिदिन 5.4 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है. इसके बाद भी शहर की बड़ी आबादी पेयजल से वंचित है. शहरी क्षेत्र की आबादी 1़ 10 लाख से अधिक है. पूरी आबादी को पेयजल आपूर्ति करने के लिए प्रतिदिन 8.4 एमएलडी पानी की आवश्यकता है. वर्तमान में आपूर्ति व्यवस्था सुदृढ़ नहीं रहने तथा जलमीनारों की कमी के कारण सभी को पानी उपलब्ध कराना संभव नहीं हो रहा है.
शहरी क्षेत्र में बने हैं चार जलमीनार : शहरी आबादी को पेयजल आपूर्ति कराने के लिए चार जलमीनार बने हैं. इन्हीं जलमीनारों से शहरी क्षेत्र की 70 हजार से अधिक आबादी को जलापूर्ति की जाती है. शहर के मलहचक मोड़ के समीप स्थित पानी टंकी से सबसे अधिक लोग लाभान्वित होते हैं . करीब 40 हजार आबादी को इस जलमीनार से पेयजल की आपूर्ति की जाती है. राजाबाजार स्थित पानी टंकी, निजामुद्दीनपुर तथा कोर्ट एरिया में स्थित पानी टंकी से 10-10 हजार की आबादी को जलापूर्ति की जाती है.
आठ जलमीनारों का हो रहा निर्माण : शहरी जनसंख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी तथा पानी की बढ़ती मांग को देखते हुए आठ जलमीनारों का निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही दस ट्यूबवेल भी लगाये जा रहे हैं. ताकि शहर की पूरी आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके. मांग अधिक तथा आपूर्ति कम रहने के कारण कई बार पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता है.
ग्रामीण इलाके में बने हैं 13 जलमीनार : जिले के ग्रामीण इलाके में भी जलापूर्ति के लिए 13 जलमीनार बने हैं. इससे जिले की करीब 30 पंचायतों के लोगों को जलापूर्ति की जाती है. जिले के काको प्रखंड परिसर, काको तालाब के समीप, रतनी, घोसी, ओकरी, हुलासगंज, शकुराबाद, नेवारी, टेहटा, नोआवां, सुगांव, टेहटा मठ, बंधुगंज आदि स्थानों पर जलमीनार बने हैं. इन जलमीनारों से आसपास के गांवों की बड़ी आबादी को जलापूर्ति की जाती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की बेहतर व्यवस्था है. 70 हजार से अधिक आबादी को जलापूर्ति की जा रही है. कई जलमीनारों का निर्माण भी हो रहा है. आने वाले दिनों में शत-प्रतिशत आबादी को पेयजल आपूर्ति की जायेगी.
राजकिशोर प्रसाद ,कार्यपालक अभियंता ,पीएचइडी
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