जहानाबाद सदर : ग्रामीण इलाका तो दूर शहरी क्षेत्र के घने मोहल्लों में भी लटका है मौत का नंगा तार. बिजली विभाग की लापरवाही के वजह से बरसात के दिनों में कुछ ज्यादा ही हादसे हो रहे हैं. शहर के सत्संग नगर मोहल्ले में 11 हजार वोल्ट का बिजली तार वर्षों से लटका है. पहले तो खेत-खलिहान होने की वजह से समस्याएं गौण थी और लोग मौन थे . लेकिन अब बढ़ी आबादी के साथ इलाका का घनत्व भी बढ़ता जा रहा है. चारों ओर उन्हीं खेत-खलिहानों में अब मकान बन रहे.
इस क्रम में हादसे की आशंका बनी रहती है. बीते एक सप्ताह पूर्व भी लटके हुए बिजली के तार से काम कर रहे एक मजदूर की मौत करेंट लगने से हो गयी थी. वहीं एक मजदूर बुरी तरह से झूलस गया था. फिर भी बिजली विभाग अभी तक नहीं चेत पायी है. घनी आबादी होने के कारण बिजली के लटके हुए तार की वजह से मोहल्लेवासी हादसे होने की डर से सहमे रहते हैं. सत्संग नगर की स्थिति यह है कि 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार छत से भी नीचे लटका हुआ है. विदित हो कि बिजली के तार की वजह से 10 दिनों के अंदर परसबिगहा थाना क्षेत्र के मिश्र बिगहा समेत अन्य जगहों पर कई घटनाएं हो चुकी हैं.
दो लोगों की जान बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हो चुकी है. ग्रामीणों द्वारा हंगामा मचाने पर भी विभाग द्वारा जर्जर तार को ठीक नहीं कराया गया है. एक ओर शहरी क्षेत्र में जर्जर तार को दुरुस्त कराने की बात कही जा रही है, वहीं सत्संत नगर मोहल्ले में 11 हजार वोल्ट के लटके हुए बिजली के तार बिजली विभाग के दावे की पोल खोल रहा है.