झाझा/जमुई. जिले के चिहरा थाना क्षेत्र में बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाके से गिरफ्तार नक्सली मोतीलाल किस्कू का नक्सल इतिहास काफी कुख्यात है. कभी सरेआम जन अदालत लगाकर सैकड़ों लोगों के सामने टांगी और फरसा से गला काटकर हत्या करने वाले नक्सली मोतीलाल किस्कू पर केवल बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड के गिरिडीह में भी कई मामले दर्ज हैं. झारखंड के गिरिडीह में करीब 13 साल पहले कैदी वाहन पर हमला कर सेंट्रल कमेटी मेंबर नक्सली परवेज सहित अन्य नक्सलियों को भगाने और तीन पुलिसकर्मियों की हत्या करने के मामले में भी मोतीलाल किस्कू की संलिप्तता रही है. गौरतलब है कि जिला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई के दौरान नक्सली मोतीलाल किस्कू को गिरफ्तार किया गया है. इसे लेकर झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने चिहरा थाना क्षेत्र से हार्डकोर नक्सली चुन्नू किस्कू उर्फ मोतीलाल किस्कू को गिरफ्तार किया है. एसडीपीओ ने बताया कि एसपी विश्वजीत दयाल को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सली मोतीलाल किस्कू चिहरा थाना क्षेत्र के बिहार-झारखंड बॉर्डर के इलाके में छुपा हुआ है. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया. एसडीपीओ ने बताया कि उक्त टीम ने एसटीएफ के साथ गिरिडीह जिला के देवरी थाना क्षेत्र में व बिहार राज्य के सीमा क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान देवरिया थाना क्षेत्र के मेंझलाडीह गांव से उक्त नक्सली को गिरफ्तार किया. एसडीपीओ ने बताया कि वह झारखंड राज्य के गिरीडीह जिला अंतर्गत देवरिया में भी रहता था. उन्होंने बताया कि नक्सली मोतीलाल किस्कू ने साल 2005 में जीवालाल पासवान नामक व्यक्ति को उठाकर उसके घर से करीब 500 मीटर दूर जन अदालत लगाकर टांगी और फरसा से उसका गला काटकर उसकी हत्या कर दी थी. इस दौरान जीवालाल पासवान को गोली भी मारी गयी थी. एसडीपीओ ने बताया कि इसे लेकर कांड संख्या 02/05 में मामला भी दर्ज किया गया था. और इस मामले में करीब 20 वर्षों से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली मोतीलाल किस्कू पर पुलिस मुखबिरी का भी आरोप था. गिरिडीह में कैदी वाहन पर किया था हमला बताते चलें कि गिरफ्तार नक्सली मोतीलाल किस्कू झारखंड के गिरिडीह में करीब 13 साल पहले एक कैदी वाहन पर हमला कर तीन पुलिस जवानों की हत्या कर दी थी तथा कई नामी नक्सलियों को भगा लिया था. इस मामले में भी मोतीलाल किस्कू शामिल था. दरअसल, साल 2013 में गिरिडीह कोर्ट में पेशी के बाद कैदी वाहन से कई नक्सलियों को वापस जेल ले जाया जा रहा था. इस दौरान नक्सलियों ने इसपर हमला कर दिया था. मोहनपुर जेल से पहले अजीडीह के पास सौ से भी अधिक नक्सलियों ने हमला कर तीन पुलिस जवानों की हत्या कर दी थी. इसमें एक एएसआइ भी शामिल था. इस दौरान नक्सलियों ने सेंट्रल कमेटी मेंबर सहदेव मांझी उर्फ परवेज दा को छुड़ा लिया था. इसके साथ ही चिलखारी नरसंहार का आरोपित विपिन मंडल तथा संतोष हेंब्रम सहित कई नक्सलियों को छुड़ा लिया था. नक्सलियों ने पुलिस जवानों से पांच राइफल, एक कार्बाइन तथा गोलियां भी लूट ली थी. इस मामले में भी मोतीलाल किस्कू शामिल था. मोतीलाल किस्कू हार्डकोर नक्सली कमांडर चिराग दा के दस्ते का भी सदस्य रह चुका है. झाझा एसडीपीओ ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी से बिहार तथा झारखंड के सीमा की पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है.
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