झाझा. झाझावासियों की चिर-प्रतीक्षित रेलवे ओवरब्रिज की मांग अब पूरी होती दिख रही है. शनिवार को इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है. रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर से जेसीबी से खुदाई हो रही है, जहां से पिलर का निर्माण होगा. ओवरब्रिज में 4 सीढ़ी एवं तीन रैंप होगा. एक सीढ़ी झाझा स्टेशन के दक्षिणी छोर पर, दूसरी सीढ़ी पुल के उत्तरी छोर पर, वहीं एक सीढ़ी डाउन प्लेटफार्म परव एक सीढ़ी अप प्लेटफार्म पर लगायी जाएगी. इसके अलावा दिव्यांगजनों व बुजुर्गों के लिए तीन रैंप भी बनाया जाएगा. यह रैंप स्टेशन के दक्षिणी छोर, अप प्लेटफार्म व डाउन प्लेटफार्म पर जायेगा. पुल के निर्माण को लेकर शुरू में 3 करोड़ 92 लाख की राशि निर्गत हुई थी. राशि समाप्त हो जाने के बाद कई वर्षों तक कार्य रुका रहा. एक बार फिर राशि उपलब्ध हो जाने के बाद कार्य शुरू कर दिया गया है.
एक साल में काम होगा पूरा
आइओडब्ल्यू ओमप्रकाश ने बताया कि 1 साल में काम पूरा हो जाएगा. लेकिन लेआउट से लेकर सारे कंस्ट्रक्शन के काम के लिए बीच-बीच में ओवरहेड तार, ट्रेनों का आवागमन के अलावा अन्य परेशानियां भी सामने आयेगी. उन्होंने बताया कि कार्य भी तेज गति से करना है व ट्रेनों का परिचालन भी सही समय पर होनी चाहिए. इसके लिए स्टेशन प्रबंधक से सामंजस्य स्थापित कर कार्य करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि हमलोगों ने सारा स्ट्रक्चर तैयार कर लिया है. रेलवे बोर्ड के द्वारा जो नक्शा मिला है, उस नक्शे के आलोक में 150 मीटर लंबाई होगी, जबकि पुल की चौड़ाई लगभग 6 मीटर यानी 20 फीट की होगी. उन्होंने बताया कि यह पुल पटना एवं धनबाद रेलवे स्टेशनों पर बने पुल के बराबर वाला होगा. इस पुल के निर्माण हो जाने से एक साथ कई ट्रेन आने पर भी पुल पर कभी भीड़ जमा नहीं होगी और आने- जाने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी.
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