जमुई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, आशा कार्यकर्ता, एएनएम और आंगनवाड़ी सेविका के साथ संवाद किया. मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सबसे पहले आप लोग एनीमिया की जांच कर उसे दूर करें और एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को आयरन की गोली तथा पौष्टिक आहार दें. गर्भवती महिलाओं को टीटी का सुई दें. उन्होंने कहा कि बच्चों को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए समय पर समय पर टीकाकरण करें और नियमित टीकाकरण पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें.
अगर कोई बच्चा बहुत ही कम वजन का है तो उस बच्चे को पोषाहार दें. साथ ही जरूरत पड़ने पर उसे पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराएं, ताकि उसका वजन सही हो सके. उस बच्चे का भी सही तरीके से समय समय पर टीकाकरण करें. आप लोग ग्रास रूट लेवल पर कार्य कर रहे हैं. यह बहुत ही अच्छी बात है. आप लोगों को दुर्गम स्थान, जंगली क्षेत्र और नक्सली क्षेत्र में भी कार्य करना पड़ता है. इसके लिए आप लोग बधाई के पात्र हैं. स्वच्छता के प्रति लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें. साथ ही कुपोषण को दूर करके मातृत्व शिशु मृत्यु दर में कमी लाएं. अगर कहीं बीमार बच्चा है और इलाज के लिए साधन उपलब्ध नहीं है तो उसका सही तरीके से इलाज करने की व्यवस्था करें. अगर कोई महिला टीकाकरण नहीं कराना चाहती है तो उसे समुचित तरीके से प्रेरित करें.
आशा कार्यकर्ता के भत्ता में वृद्धि कर दी गयी है.साथ ही आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय में भी वृद्धि कर दी गई है. केंद्रांश दोगुना कर दिया गया है. आशा कार्यकर्ता के वेतन में वृद्धि और आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका के मानदेय में वृद्धि को आगामी एक अक्तूबर से लागू किया जायेगा. आप लोग अपने कर्तव्य का पालन पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें. सरकार आपके प्रति सजग है. मौके पर सिविल सर्जन डॉ श्याम मोहन दास, डॉ अंजनी कुमार सिन्हा, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी राकेश कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कविता कुमारी आदि मौजूद थी.