Indo-Nepal: बिहार के किशनगंज में एसएसबी जवानों के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. जवानों ने भारत-नेपाल की सीमा पर एक तिब्बती नागरिक को अवैध तरीके से भारत से नेपाल की ओर जाते हुए पकड़ा है. जवानों के द्वारा पूछताछ में पकड़े गये संदिग्ध की पहचान ल्हुंडुप देचेन(45 वर्ष) के रुप में हुई है. किशनगंज में जवानों ने संदिग्ध को रानीडांगा अंतर्गत गलगलिया के भातगांव के पास से पकड़ा है.
अवैध तरीके से नेपाल जाते वक्त हुई गिरफ्तारी
तिब्बती संदिग्ध ल्हुंडुप देचेन को एसएसबी के जवानों ने उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह अवैध तरीके से भारत की सीमा पार कर नेपाल की ओर जा रहा था. जब वह सीमा स्तंभ संख्या-101 के पास से अनधिकृत रोड के जरिए नेपाल जा रहा था, उसी दौरान एसएसबी के जवानों ने उसे संदिग्ध पाकर रोक लिया और पूछताछ की. जांच के दौरान जब जवानों ने संदिग्ध से पहचान पत्र दिखाने को कहा , तब उसने जो आधार और पैन कार्ड दिया, उसमें पता हिमाचल प्रदेश का था. लेकिन संदिग्ध ठीक से हिंदी नहीं बोलकर तिब्बती बोल रहा था, जिसके बाद एसएसबी के जवानों ने उसे हिरासत में ले लिया.
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बिना किसी वैध दस्तावेज के कर रहा था सीमा पार
नियम के अनुसार, किसी भी नागरिक को भारत से नेपाल जाने के लिए परमिट लेना आवश्यक होता है. लेकिन तिब्बती संदिग्ध बिना किसी परमिट और वैध दस्तावेज के ही अनधिकृत मार्ग सेल भारत की सीमा को पार कर नेपाल जाने की कोशिश कर रहा था. फिलहाल एसएसबी के जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है. इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियां उसकी गतिविधियों और उसके संपर्कों की भी जांच में जुटी है.
इस तरीके से किया भारत में प्रवेश
सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार, यह संदिग्ध नेपाल के दक्षिण काली स्थित फारपिंग में रह रहा था. इसी साल 2025 में 24 अप्रैल को वह भारत-नेपाल सीमा के बीरगंज-रक्सौल ट्रांजिट रुट से भारत में प्रवेश कर गया. इसके बाद वह ट्रेन से चंडीगढ़ होते हुए हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में पहुंच गया और फिर वहीं का फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया. आज जब संदिग्ध वापस सीमा से होते हुए नेपाल जा रहा था, तभी एसएसबी के जवानों ने उससे पहचान पत्र दिखाने को कहा, तो उसने हिमाचल प्रदेश का वही फर्जी आधार कार्ड दिखाया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
ऑपरेशन सिंदूर से बाद भारत-नेपाल सीमा पर था हाई अलर्ट
भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के जवाबी कार्रवाई में किये गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पूरे देशभर में बॉर्डर पर सेना को हाई अलर्ट किया गया था. इसी कड़ी में भारत-नेपाल बॉर्डर पर भी एसएसबी के जवानों को सतर्क रहने के लिए कहा गया था. इसी दौरान जब जवान सीमा के पास आने-जाने लोगों की तलाशी ले रहे थे, तो जवानों को तिब्बती संदिग्ध पर शक हुआ और जब जांच की, तो दस्तावेज फर्जी मिले. जांच के आधार पर जवानों ने संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है.