हाजीपुर . जिले के विभिन्न क्षेत्रों में शनिवार सुबह अचानक मौसम के करवट लेने और गरज के साथ हुई बूंदाबांदी ने गेहूं, सरसों और तंबाकू उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी. वहीं, मक्का, आम और लीची उत्पादक किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी. हालांकि, कुछ देर बारिश के बाद ही मौसम पूरी तरह साफ हो गया और दिन में तेज धूप निकलने से किसानों ने राहत की सांस ली. शनिवार सुबह अचानक आसमान में बादल छाने और तेज गरज के साथ बारिश शुरू होने से गेहूं उत्पादक किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गयी थी. अचानक आयी बारिश ने सरसों और तंबाकू की कटाई कर चुके किसानों को भी परेशानी में डाल दिया. आनन-फानन में किसान खलिहानों में पहुंचकर फसल को सुरक्षित करने में जुट गए. हालांकि, बारिश के कारण तापमान में कमी आने की उम्मीद है, जिससे रात में ठंड बढ़ने की संभावना है.
आम और लीची उत्पादकों के लिए अमृत सामान रही बारिश
किसान रामप्रवेश सिंह, हरेराम महतो और दिलीप कुमार सिंह आदि ने बताया कि फरवरी महीने में हुई इस बारिश से आम के मंजर पर लगने वाले कीटों से बचाव होगा. इससे आम और लीची की फसल को काफी फायदा पहुंचेगा. वहीं, कुछ क्षेत्रों में बारिश के कारण मिट्टी में नमी बढ़ने से मंजर में झुलसा रोग से भी राहत मिलेगी. हालांकि, किसानों ने यह भी बताया कि बारिश से गेहूं और तंबाकू की फसल को नुकसान होगा. गेहूं की फसल में इस समय दानों में दूध भरने का चरण चल रहा है. ऐसे समय में बारिश के साथ तेज हवा चलने से फसल की जड़ें हिल जाती हैं, जिससे दानों में पर्याप्त दूध नहीं भर सकेगा और उत्पादन पर असर पड़ने की संभावना बढ़ जाती है.अधिकांश किसानों ने काट ली है तेलहन फसल
किसानों ने बताया कि अधिकांश किसान तैयार तेलहन फसल सरसों की कटाई कर चुके हैं. कटाई के बाद यदि सरसों की फसल पर पानी पड़ता है, तो उसके दाने काले पड़ जाते हैं, जिससे किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता. वहीं, कई क्षेत्रों में तंबाकू की कटाई भी शुरू हो चुकी है. ऐसे मौसम में बारिश के कारण तंबाकू उत्पादक किसानों की परेशानी और बढ़ जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है