Rabri Aawas: बिहार की नई सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को पिछले दिनों 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी बंगले को खाली करने का नोटिस दिया था. इसके बाद राजद की तरफ से उनके प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा था कि चाहे कुछ भी हो जाए डेरा नहीं छोड़ेंगे. उनके इस बयान पर अब नीतीश सरकार में गृह विभाग संभाल रहे और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. गुरुवार को एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में जब उनसे बंगले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए पूर्व मुख्यमंत्री को किसी भी हाल में राबड़ी आवास खाली करना ही होगा.
सरकारी बंगले की मालिक जनता: सम्राट
बंगले को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सरकारी आवास की मालिक जनता होती है, यह किसी की बपौती नहीं है. उसे खाली करना ही होगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार से कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला नहीं मिल सकता है. ऐसे में पूर्व सीएम राबड़ी देवी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर जो घर कैटिगराइज किया गया है, वो मिल गया है. इसलिए अब उन्हें 10 सर्कुलर वाला बंगला खाली करना ही होगा.
मैंने 28 साल में 6 घर बदला
गृह मंत्री चौधरी ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में सबका घर बदलता रहा है. पिछले 28 साल में उन्हें भी 6 घर बदलने पड़े. वहीं, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल के ‘जो करना है करें, डेरा खाली नहीं करेंगे’ वाले बयान को उन्होंने अराजकता का बोल बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी के लोग अराजकता और गुंडागर्दी वाले हैं. वो कैसे बोल सकते हैं कि सरकारी आवास नहीं छोड़ेंगे.
पहले से बड़ा घर दिया जा रहा है: सम्राट
इस दौरान बंगले की साइज को लेकर जब गृह मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार का काम है कि वह नेता विरोधी दल को सम्मान करें और नीतीश कुमार की सरकार किसी को भी सम्मान देने से पीछे नहीं हटती है. ऐसे नेता प्रतिपक्ष होने के कारण राबड़ी देवी को पहले से बड़ा बंगला सरकार की तरफ से आवंटित किया गया है. बंगले के आवंटन के दौरान इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है कि उन्हें किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े.
30 दिन के भीतर खाली करना होगा बंगला
सरकारी नियम के अनुसार किसी भी सरकारी पद पर रहे व्यक्ति को सेवा के समाप्ति के बाद उन्हें आवंटित सरकारी बंगले को खाली करने के लिए 30 दिन का वक्त मिलता है. ऐसे में राबड़ी देवी को यह बंगला नोटिस मिलने के 30 दिन के भीतर खाली करना ही होगा.
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जनवरी 2006 से 10 सर्कुलर वाले बंगले में रह रहा है लालू परिवार
बता दें कि साल 2005 में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को रहने के लिए सीएम आवास 1 अणे मार्ग के बगल वाला बंगला आवंटित किया गया. इसके बाद जनवरी 2006 में राबड़ी देवी अपने पूरे परिवार के साथ इस बंगले में रहने के लिए शिफ्ट हुई और तब से लेकर अब तक करीब 20 साल से उनका पूरा परिवार इसी बंगले में रह रहा है.
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