गोपालगंज. शहर का आशीर्वाद वाटिका में गुरुवार को परंपरा, संस्कृति, आस्था, भक्ति व समर्पण का अद्भुत नजारा दिखा. मौका था कलवार समाज के कुलदेवता भगवान बलभद्र व सहस्त्रबाहु अर्जुन के पूजन समारोह का.
इस पूजनोत्सव में जिले भर के कलवार समाज के लोग शामिल हुए, वहीं सीवान, छपरा, बेतिया, मोतिहारी, पटना के अलावा यूपी तथा नेपाल से भी श्रद्धालु शामिल हुए. पूजा के बाद पूरे दिन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर चला. पिछले वर्ष हुई काफी भीड़ को लेकर इस बार दो शिफ्टों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दिन में दूर के श्रद्धालुओं के लिए कार्यक्रम हुआ, तो शाम में शहर के श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए, सुबह में भगवान बलभद्र तथा सहस्त्रबाहू अर्जुन की कथा-पूजा तथा महाआरती हुई. इसके बाद सांस्कृतिक मंच का उद्घाटन हुआ. उद्घाटन सत्र में समाज की एकता तथा विकास पर चर्चा हुई. इस दौरान समाज के लोगों ने आर्थिक रूप से कमजोर समाज के छात्रों को पढ़ाने तथा शादी विवाह में हर स्तर पर मदद का संकल्प लिया. पूजा समिति के अध्यक्ष लालबाबू प्रसाद ने बताया बिहार व यूपी के कोने-कोने से कलवार समाज के लोग पूरे परिवार के साथ सम्मिलित हुए हैं. पूजा-अर्चना कर बलभद्र भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किये हैं. पूजा का मुख्य उद्देश्य है कि सामाजिक शैक्षणिक, आर्थिक व राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित हो सके और समाज में मजबूती प्रदान हो सके.श्रद्धालुओं के बीच बंटा महाप्रसाद
भगवान बलभद्र की महाआरती के बाद महाप्रसाद हलवे का वितरण शुरू हुआ. वहीं दूसरी ओर भोज का भी आयोजन किया गया था, जहां पूजा करने आये श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया. पूजा समिति की ओर से 10 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था की गयी थी. पूजा समिति के अध्यक्ष लालबाबू प्रसाद, सचिव विकास कुमार भोला, कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता, विधायक प्रत्याशी मोहन गुप्ता, बरौली चेयरमैन प्रतिनिधि जितेंद्र प्रसाद, रविरंजन प्रसाद, धनंजय सत्यदेवा, लालबाबू प्रसाद, शिपू गुप्ता, जगत नरायण प्रसाद, शिवधूल प्रसाद, जयहिंद प्रसाद, राजू कलवार,मुकेश कुमार, दिलीप गुप्ता,पलटू गुप्ता, संजय गुप्ता, सुशील गुप्ता, अरुण गुप्ता, अजय गुप्ता, मनीष गुप्ता, आनंद गुप्ता, रामधूल प्रसाद, विनोद जायसवाल, रोहित जायसवाल, यस जायसवाल,कुमार संजय,मोहित कश्यप, विशाल कौल,राजकुमार गुप्ता,भोला गुप्ता जलालपुर आदि जिले के सैकड़ो कलवार समाज के लोग मौजूद रहे.सांस्कृतिक कार्यक्रम में झूमे दर्शक
सुबह पूजा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें स्थानीय और बाहरी कलाकारों ने प्रस्तुति दी. स्थानीय कलाकारों ने गीत तथा नृत्य प्रस्तुत किया, तो काशी के कलाकारों ने आरे- रे-रे मेरी जान हो राधा…, आरे द्वार पालो कन्हैया से कह दो की प्रस्तुति से दर्शकों को झूमा दिया. राधा-कृष्ण, शंकर-पार्वती की एक से बढ़कर एक भाव नृत्य प्रस्तुत किये. भगवान शिव तथा उनके गणों के रूप में सजे कलाकारों ने दर्शकों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

