फुलवरिया. फुलवरिया के वार्ड संख्या 12 में क्षतिग्रस्त नाला ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. नाले की जर्जर स्थिति से जहां जलनिकासी बाधित हो रही है वहीं गंदा पानी एक किसान के निजी खेत में गिरने से वहां की उपजाऊ भूमि भी बर्बाद हो रही है. इससे किसान सहित पूरा गांव चिंतित है. ग्रामीणों ने बताया कि नाले के क्षतिग्रस्त हो जाने से बारिश या सामान्य उपयोग का पानी निकलने का रास्ता नहीं बचा है. इससे गंदा पानी सड़कों पर फैलने लगा है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से भी खतरे का संकेत दे रहा है. ग्रामीण प्रदीप ठाकुर, हरकेश बैठा, रामाशंकर भगत, रामचंद्र भगत, संदीप दुबे सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि नाले का पानी गांव के ही एक किसान की निजी भूमि में गिर रहा है, जिससे खेती करना मुश्किल हो गया है. ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगायी गयी लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. बारिश के मौसम में यह समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों की अनदेखी की गयी, तो वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

