बरौली. अमूमन पर्व-त्योहारों पर शहर में जाम लगना आम बात है. लेकिन, जब जाम रोजमर्रा की बात बन जाये, तो स्थानीय प्रशासन को इस पर सोचना चाहिए.
चुनाव को लेकर नवंबर का पहला सप्ताह शहर के लिए वरदान लेकर आया था, जैसे ही चुनाव बीता और कार्यालय आदि सोमवार से खुल गये. बरौली शहर एक बार फिर जाम की आगोश में चला गया. सोमवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे से शुरू हुआ जाम देर शाम तक शहरवासियों को तंग करता रहा. दूर-दूर से आये लोग जाम में फंसकर कराहते रहे. कुछ छात्र भी इस जाम में फंसे रहे और वे स्कूल नहीं जा सके. जो स्कूल चले गये थे, वे स्कूल से लौटते समय जाम में फंस गये. एक तो बरौली शहर की सड़कें संकरी व तंग है, उस पर से बेतरतीब सड़क पर सजी दुकानें जाम का कारण बन रही है. स्थायी दुकानदार अपनी दुकानों के सामान को बाजार से गुजरती आधी सड़क तक फैला रहे हैं, इससे रास्ता और संकरा हो रहा है. पायल टॉकिज रोड में जगदीश पेंटर की दुकान के पास तो सब्जी और खोमचे वाले ऐसे दुकान लगा रहे हैं कि वहां सड़क ही गायब हो गयी है. यही हाल मीठा मोड़ से निकलने वाला खजुरिया रोड का है.सड़क और दुकानदारों की स्थिति यह है कि अगर सुबह सात बजे कोई बाइक से गुजरता है, तो उसको भी बाइक निकालने में परेशानी होती है, क्योंकि दुकानें सुबह में ही सज जाती हैं. पहले बाजार में जाम कभी-कभार ही लगता था, लेकिन अब स्थिति यह हो गयी है कि आसपास के दर्जनों गांवों के लोग इस जाम से दहशत में आ गये हैं. वे बाजार जाने से पहले पता करते हैं कि बाजार में जाम तो नहीं है. अगर पता लगता है कि जाम है, तो वे छोटी-मोटी खरीदारी गांव में कर लेते हैं.
शहर में जाम लगने का नगर पर्षद भी जिम्मेदार
शहर में जाम लाइलाज बीमारी बनती जा रही है. इसके लिए दुकानदारों के अलावा नगर पर्षद भी कम जिम्मेदार नहीं है. नगर पर्षद की आय बढ़े, इसके लिए हर वर्ष बाजार का टेंडर लाखों में होता है और यह टेंडर ठेला, खोमचा तथा फुटपाथी दुकानदारों को सड़क किनारे अपनी दुकान लगाने की इजाजत देता है, बदले में उनसे कर लिया जाता है. कई वर्ष पहले नप द्वारा बनायी गयी योजना अगर अमल में आ गयी होती और फुटपाथी दुकानदारों को जगह दे दिया गया होता, तो जाम की स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सकता था.क्या कहते हैं अधिकारी
नप की चेयरपर्सन सीमा देवी ने कहा कि कई बार सड़क से अतिक्रमण हटाया गया, दुकानदारों को नोटिस भी दिया गया. वैसे दुकानदार जो सड़क अतिक्रमण किये हैं, उन पर बहुत जल्द नोटिस दिया जायेगा तथा अतिक्रमण हटवाया जायेगा. शहर को जाम से निजात मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

