गोपालगंज. 03 दिसंबर को विश्व दिव्यांगता दिवस पर इस वर्ष दिव्यांग बच्चों के लिए खेल-कूद, चित्रकला, शैक्षणिक-सह-सांस्कृतिक गतिविधियों और प्रदर्शनी का आयोजन प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक किया जायेगा. राज्य परियोजना निदेशक मयंक वरवड़े ने इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं. इन गतिविधियों व कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को सामने लाना, समाज में संवेदनशीलता बढ़ाना और विद्यालयों को समावेशी बनाने की दिशा में सकारात्मक माहौल तैयार करना है. निर्देशों के मुताबिक, इनमें 06 से 18 वर्ष आयु समूह के दिव्यांग बच्चों को शामिल किया जायेगा. सबसे पहले 25 नवंबर से 1 दिसंबर तक प्रखंड स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी. इन प्रतियोगिताओं की निगरानी जिला स्तर से नामित पदाधिकारी तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी करेंगे. प्रखंड स्तर पर चयनित बच्चे 03 दिसंबर को जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे. बतया जाता है कि बच्चों की क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए स्थानीय खेल जैसे 100 एवं 200 मीटर दौड़, जलेबी दौड़, सूई-धागा प्रतियोगिता, ट्राइसाइकिल दौड़, कबड्डी, गोला फेंक, डिस्कस थ्रो जैसी गतिविधियां करायी जायेंगी. वहीं दृष्टिबाधित बच्चों के लिए ब्रेल लेखन-वाचन, बॉल थ्रो, नींबू-चम्मच दौड़, रस्साकशी, संगीत, गायन-नृत्य समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा. प्रखंड और जिला स्तर पर शामिल सभी बच्चों को स्वेटर, टोपी, जूते और बैग प्रदान किये जायेंगे. साथ ही विजेता प्रतिभागियों को ट्रैकसूट, प्रमाण-पत्र और स्मृति-चिह्न दिया जायेगा. जिलास्तरीय कार्यक्रम में जिलाधिकारी, सिविल सर्जन और समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी.
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