गोपालगंज. शुक्रवार की देर रात से जारी तेज आंधी और बारिश ने पूरे जिले की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को चरमरा कर रख दिया है. शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक पिछले 20 घंटे से बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है.
मौसम की मार ने पावर ग्रिड और वितरण नेटवर्क दोनों को बुरी तरह प्रभावित किया है. मिली जानकारी के अनुसार, तेज आंधी के दौरान 11 हजार व 33 हजार वोल्ट की लाइन के करीब 150 स्थानों पर पेड़ गिर पड़े, जिससे तीन सौ से अधिक बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गये. कई जगहों पर तार टूटकर सड़कों पर बिखरे पड़े हैं, जिससे मरम्मत कार्य में कठिनाई हो रही है. बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, मीरगंज और गोपालगंज डिविजन के 33 हजार वोल्ट के 18 से अधिक फीडर पूरी तरह ब्रेकडाउन हो गये हैं. इनमें थावे-गोपालगंज, गोपालगंज-कुचायकोट, गोपालगंज-झंझवा, गोपालगंज-बैकुंठपुर, गोपालगंज-गम्हारी, गोपालगंज-बरौली, हथुआ-चैलवा-कुचायकोट, हथुआ-भोरे, कटेया, विजयीपुर, पंचदेवरी, हथुआ-फुलवरिया और हथुआ-मीरगंज फीडर प्रमुख हैं.11 हजार वोल्ट के फीडरों पर भी पड़ा असर
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि 33 हजार लाइन के ठप पड़ने से 11 हजार वोल्ट के फीडरों पर भी असर पड़ा है, जिनकी सटीक संख्या अब तक नहीं मिल पायी है. अनुमान है कि जिले में 100 से अधिक छोटे फीडर भी प्रभावित हुए हैं. मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन पेड़ों और तारों के बिखरे होने से बहाली में समय लग सकता है.फुलवरिया में बारिश के बाद फिर बिजली गुल, गुस्साये उपभोक्ता
फुलवरिया. शुक्रवार की देर रात हुई तेज बारिश के बाद फुलवरिया प्रखंड में एक बार फिर बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. फुलवरिया पावर सब स्टेशन की लापरवाही के कारण शनिवार की देर रात तक अंधकार छाया रहा. ग्रामीणों का कहना है कि हल्की हवा या बारिश होते ही विभाग की ओर से घंटों बिजली काट दी जाती है. इससे मोबाइल चार्जिंग, बच्चों की पढ़ाई और रसोई कार्य प्रभावित हुए. गर्मी और उमस से लोगों की परेशानी बढ़ गयी. महिलाओं को पानी की किल्लत झेलनी पड़ी. उपभोक्ताओं ने विभाग पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि बार-बार बिजली गुल होने की समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

