गोपालगंज. जिले में अचानक मौसम के बदलने और सुबह-शाम बढ़ रही ठंड के बीच सांस के रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ रही है. मॉडल सदर अस्पताल में पिछले दो दिनों से सांस की तकलीफ से जूझ रहे लोगों की भीड़ देखी जा रही है. अस्पताल प्रशासन भी मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आवश्यक तैयारियों में जुट गया है. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज कराने पहुंचे सिधवलिया थाने के विशुनपुर बाजार के निवासी शंकर प्रसाद ने बताया कि ठंड बढ़ने के बाद से उन्हें सांस फूलने और सीने में जकड़न की समस्या शुरू हो गयी है. परिजन उन्हें आनन-फानन में अस्पताल लेकर आये, जहां उनका उपचार चल रहा है. वहीं, उचक्कागांव थाने के मिडी बरारी गांव निवासी तितली देवी को भी तेज सांस की समस्या पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिजनों ने बताया कि मौसम बदलने के साथ ही उन्हें खांसी और सांस फूलने की शिकायत होने लगी थी. इसके अलावा गोपालपुर थाने के गोपालपुर गांव निवासी चनऊ देवी भी इसी समस्या से पीड़ित होकर सदर अस्पताल पहुंचीं. डॉक्टरों ने तीनों मरीजों को फिलहाल ऑक्सीजन सपोर्ट और नेबुलाइजेशन देकर उपचार शुरू किया है. अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सनाउल मुस्तफा का कहना है कि मौसम में अचानक बदलाव के कारण दमा, सांस फूलना, एलर्जी और सीओपीडी से जुड़े मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. डॉक्टरों के अनुसार ठंडक, धूल, प्रदूषण और सुबह-शाम की नमी इन समस्याओं का प्रमुख कारण है. डॉक्टरों ने लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि ठंड में बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें, धूल-धुएं से बचें, गरम पानी का सेवन बढ़ाएं और बुजुर्ग या पूर्व से अस्थमा-सीओपीडी के मरीज नियमित दवाएं लेते रहें. साथ ही सुबह की ठंड में टहलने से बचने की सलाह दी गयी है. डॉक्टरों का कहना है कि सांस की परेशानी बढ़ते ही तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें, ताकि स्थिति बिगड़ने से पहले इलाज मिल सके.
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