गोपालगंज. हिंदी-उर्दू-भोजपुरी साहित्य मंच की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शहर के सरेया वार्ड पांच स्थित फ्रेंड्स इंग्लिश स्कूल के प्रांगण में महिला जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में महिलाओं ने महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए, समाज में महिलाओं की भागीदारी, अपने कर्तव्यों एवं अपने ऊपर समाज की जिम्मेदारियों का भी जिक्र किया. कार्यक्रम के दूसरे पड़ाव में कवि सम्मेलन हुआ, जिसमें नवोदित कवयित्री निशा तिवारी ने अपनी कविता मैं अबला, ना बेचारी हूं, मैं आज के युग की नारी हूं… कविता कही. सरिता कुमारी ने मम्मी पापा ऐसे हैं, शान से जो रहते हैं. घर की इज्जत की खातिर, जीते हैं और मरते हैं. मुस्कान तिवारी ने अपनी रचना राजनीति की दुनिया में जो बहती हम वो आंधी हैं, हम ही सुषमा, हम ही ममता, हम ही इंदिरा गांधी हैं… सुना कर सभी नारियों में जोश भर दिया. सुल्ताना परवीन ने गीत खुशी के गायेगा कौन, मोहब्बत का दरिया बहायेगा कौन, जिसको भी देखो वो खुद में लगा है, पिछड़ों को आगे बढ़ायेगा कौन… से सभी श्रोताओं को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया. आयोजक मंडली में विशेष रूप से कुसुम सिंह, रीना सिंह, रोशनी सिंह, सविता जी, बबली राय, रिंकू देवी, पूजा जी, रुखसाना खातून, मंजरुन निशा, शबाना परवीन, अम्बेया जी, गुड़िया परवीन, प्रीति कुमारी, रानी कुमारी मानसी ओझा, मन्नत परवीन, वृद्धि कुमारी, परी सिंह मौजूद रही.
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