गोपालगंज. गंगा दशहरा पर गंगा स्नान का काफी महत्व है. मां गंगा ने आज के दिन ही धरती पर अवतरित होकर राजा भागीरथ के पुरखों का उद्धार किया था. इसलिए आज के दिन गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है. मान्यता है कि गंगा दशहरा पर गंगा स्नान करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. गंगा दशहरा के मौके पर गोपालगंज जिले के लोगों ने पवित्र नारायणी नदी में स्नान दान कर पुण्य अर्जित किया. सुख-समृद्धि व मोक्ष की कामना की.
नारायणी में स्नान से पापों का होता है नाश
स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की नारायणी के तट पर डुमरिया घाट, सखवा घाट, राजापुर, धूपसागर, बतरदेह, सलेहपुर, सत्तरघाट, बंगरा घाट पर भीड़ लगी रही. तड़के से ही यहां पर स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी थी. हजारों की संख्या में लोगों ने नारायणी में पवित्र डुबकी लगायी. गंगा दशहरा के मौके पर नारायणी नदी में स्नान से सभी तरह के पापों का नाश होता है. धर्म-शास्त्र विशेषज्ञ पं कैलाश मिश्र ने बताया कि नारायणी नदी में गज व ग्राह्य का युद्ध वाल्मीकिनगर से शुरू होकर सोनपुर यानी हरिहरनाथ तक चला. नारायणी नदी ही देश की एक मात्र ऐसी नदी है, जहां से ठाकुर जी वाला पत्थर मिलता है. उसी पत्थर से कसौटी भी बनायी जाते है.
हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का खास महत्व
विष्णु पुराण में नारायणी नदी के दर्शन मात्र से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है. ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है. ऐसे में हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का बहुत खास महत्व होता है. मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गंगा में स्नान और दान करने का खास महत्व होता है. ऐसा करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल सकती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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