विजयीपुर. प्रखंड में विगत छह माह से विकास कार्य बाधित होने से क्षुब्ध बीडीसी सदस्यों ने शुक्रवार को प्रखंड प्रमुख चंदा सिंह के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया. धरने पर बैठीं प्रमुख ने बीडीओ सहित जिले के वरीय पदाधिकारियों एवं प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विजयीपुर प्रखंड को छोड़ जिले के अन्य सभी प्रखंडों का वित्तीय वर्ष 2024 के षष्टम एवं 15वें वित्त आयोग की योजना के लिए स्वीकृत राशि खर्च हो गयी है. किंतु यहां की राशि इसलिए खर्च नहीं हुई है कि अधिकारियों की मंशा विजयीपुर के विकास कार्यों को बाधित करना है. इतना ही नहीं 15वें वित्त आयोग में पिछले दिसंबर महीने में संपादित योजनाओं की बकाया राशि का भी भुगतान नहीं हुआ है.
योजनाओं की राशि को लटकाने का आरोप
उपप्रमुख मनोज कुमार शाह ने बताया कि तीन जनवरी को विजयीपुर पंचायत समिति सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम एवं डीडीसी से मिलकर विकास कार्यों को अविलंब चालू करने की मांग की थी. डीएम ने आश्वासन भी दिया था कि अब कोई रोक नहीं है. उधर, बीडीसी सदस्य हीरालाल राम ने बीडीओ विजयीपुर तथा बीपीआरओ पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि बिलरूआ गांव में 6 लाख का कार्य पूरा किये हुए तीन महीने बीत गये हैं. किंतु आज तक बीडीओ और बीपीआरओ साहब उनका पेमेंट रोक कर रखे हुए हैं. इसी प्रकार जगदीशपुर, खीरीडीह, मझवलिया पंचायत क्षेत्र में करायी गयी योजनाओं की राशि को लटका कर रखा गया है. सदस्यों ने आरोप लगाते हुए तत्काल प्रभाव से बकाया राशि का भुगतान करने की मांग की. धरने पर प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख के अलावा निर्मला देवी, उमेश ठाकुर, रामजी यादव, हीरालालराम, प्रेमशिला देवी, मीना देवी सहित अन्य बीडीसी सदस्य बैठे. बाद में सीओ को ज्ञापन सौंपा.
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