गोपालगंज. मॉनसून अब विदा होने को तैयार है. गंडक नदी में हर पल जल स्तर घट-बढ़ रहा. नदी अब कटाव के मूड में आ गयी है. जादोपुर मंगलपुर पुल के उत्तर साइड में कटाव हो रहा है.
यह कटाव पिछले एक सप्ताह से चल रहा है. यहां एक पुराना गाइड बांध बना है, जिसे 2017 की बाढ़ में नदी काट चुकी है. इससे इस बार नदी का सीधा दबाव मंगलपुर पुल के प्रोटेक्ट करने के लिए बने एप्रोच रोड पर है, जिससे एक पाया को असर डाल रहा है. उसे गंभीरता से लेते हुए जलसंसाधन विभाग चंपारण की टीम बचाव कार्य को शुरू कर चुकी है. बचाव कार्य को लेकर आसपास के ग्रामीण भयभीत जरूर हैं. लोगों को बचाव कार्य की रफ्तार पर आपत्ति है. कार्यपालक अभियंता साजिद इकबाल ने बताया कि रामपुर टेंगराही में पुल के पास एप्रोच रोड के एप्रोन का सील्ट हटा है. इससे पुल को कोई खतरा नहीं. उधर, शुक्रवार की शाम पांच बजे वाल्मीकिनगर बराज से नदी का डिस्चार्ज 86 हजार क्यूसेक लीटर रहा. विशंभरपुर में जल स्तर खतरे के निशान से 42 सेमी नीचे रहा. नदी का जल स्तर लगातार घट-बढ़ रहा. नदी जब एक लाख क्यूसेक से नीचे रहती है, तो कटाव का खतरा बना रहता है. नदी का मिजाज कब बिगड़ जाये कहना मुश्किल है.भादो में भी शांत रही गंडक नदी
गंडक नदी इस बार भादो में भी शांत रही. गोपालगंज ही नहीं नेपाल में भी मॉनसून के कमजोर रहने के कारण नदी का डिस्चार्ज आठ अगस्त को एक बार 1.59 क्यूसेक पर पहुंचा. उसके बाद कभी 1.5 लाख क्यूसेक पर भी नहीं पहुंचा. नदी अपने प्ले एरिया में भी नहीं फैल सकी. इंजीनियरों के अनुसार नदी की धारा सामान्य से कम है. कटाव की आशंका को देखते हुए विशेष नजर रखी जा रही है. उधर नदी के जल स्तर में कमी आने से निचले हिस्से में बसे लोगों को राहत मिल रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

