मांझा. मांझा बाजार और आसपास के इलाकों में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अब तक यहां 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से पीड़ित पाये गये हैं. इनमें से अधिकतर मरीजों का इलाज गोरखपुर मेडिकल कॉलेज एवं निजी अस्पतालों में चल रहा है. जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से लगातार नये मरीज सामने आ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोकथाम की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गयी है. पिछले सप्ताह विभाग की ओर से मात्र बाइक से घूमकर फॉगिंग करायी गयी थी, जो नाकाफी साबित हुई. वर्तमान में करीब 20 से 25 मरीज गोरखपुर में भर्ती हैं. इनमें नयी बाजार के कृष्णा महतो का पुत्र रोहित कुमार, मुन्ना साह की पत्नी सुभद्रा देवी, कुबेर प्रसाद, अशोक गुप्ता की पत्नी मुन्नी देवी और कर्णपुरा गांव के विकास कुमार शामिल हैं. वहीं, इससे पहले कपड़ा व्यवसायी शंकर कुमार, उनके भाई प्रमोद कुमार, पुरानी बाजार के आनंद कुमार, राधेश्याम प्रसाद का पुत्र राहुल कुमार, राकेश कुमार के पुत्र राहुल, कपड़ा व्यवसायी अजय कुमार की पत्नी, राजू मियां की पुत्री, भवानीगंज के रंजीत कुमार पटेल और मनीष कुमार सहित कई लोग इलाज कराकर घर लौट चुके हैं. मालूम हो कि मांझा बाजार में जगह-जगह फैला कचरा डेंगू संक्रमण को और भयावह बना रहा है. नयी बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने, बजरंगी चौक और मांझा नहर के समीप भारी मात्रा में गंदगी जमा है. इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. स्थानीय लोग बताते हैं कि बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है. गंदगी और मच्छरों की समस्या से लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तारिक इब्राहिम ने बताया कि सीएचसी में शनिवार तक की गयी जांच में एक भी डेंगू का मरीज नहीं पाया गया है. पता नहीं, गोरखपुर में कैसे लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. मांझा क्षेत्र में फॉगिंग करायी जा रही है.
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