फुलवरिया. श्रीपुर थाने में सोमवार की शाम उस समय हलचल तेज हो गयी, जब पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित अचानक वार्षिक निरीक्षण के लिए पहुंचे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना परिसर, अभिलेखों, मालखाना, रोजनामचा, लंबित कांडों की प्रगति रिपोर्ट और सुरक्षा व्यवस्था का विस्तृत अवलोकन किया. एसपी ने थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सहित उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों को अपराध अनुसंधान और नियंत्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि अनुसंधान किसी भी थाना व्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए इसमें ढिलाई मिलने पर संबंधित कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई तय है. उन्होंने शराबबंदी कानून के तहत दर्ज मामलों में विशेष सतर्कता बरतने, साक्ष्यों के संरक्षण, नियमित कार्रवाई और अवैध शराब के नेटवर्क को ध्वस्त करने पर जोर दिया. एसपी ने निर्देश दिया कि शराब से जुड़े मामलों में सूचना मिलते ही तत्काल छापेमारी, गिरफ्तारी और कानूनी प्रक्रिया सुनिश्चित की जाये. इस क्षेत्र में सुस्ती बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी. फरियादियों के प्रति पुलिस के व्यवहार को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि थाना आने वाले शिकायतकर्ताओं का सम्मान सर्वोपरि है. उन्हें बैठने की उचित व्यवस्था, शालीन व्यवहार और उनकी बात ध्यान से सुनना पुलिस की जिम्मेदारी है. किसी भी प्रकार की कटुता या उपेक्षा सामने आने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. लंबित कांडों के शीघ्र निबटारे पर बल देते हुए एसपी ने कहा कि मामलों के त्वरित निष्पादन से न केवल पुलिस की कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत होता है. निरीक्षण के दौरान उन्होंने रात्रि गश्ती, बैंक-एटीएम सुरक्षा, चौक-चौराहों की निगरानी, पेट्रोलिंग रजिस्टर और इंटेलीजेंस तंत्र को और मजबूत करने की बात कही. अंत में एसपी ने पुलिस की कार्यशैली की समीक्षा की और बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहित किया. उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को सतर्क, संवेदनशील और प्रतिबद्ध होकर कार्य करने की हिदायत दी ताकि कानून-व्यवस्था मजबूत बनी रहे.
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