वारदात. हथुआ थाने के पास दुकान में घुस दिया वारदात को अंजाम
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दवा व्यवसायी की गोली मार हत्या
वारदात. हथुआ थाने के पास दुकान में घुस दिया वारदात को अंजाम हथुआ (गोपालगंज) : गोपालगंज में बेखौफ अपराधियों ने हथुआ थाने के पास बुधवार को दिनदहाड़े दवा व्यवसायी की गोली मार कर हत्या कर दी. वारदात के बाद अपराधी बाइक से भाग निकले. मृतक व्यवसायी हथुआ थाने के मनीछापर गांव निवासी याहिया अंसारी का […]
हथुआ (गोपालगंज) : गोपालगंज में बेखौफ अपराधियों ने हथुआ थाने के पास बुधवार को दिनदहाड़े दवा व्यवसायी की गोली मार कर हत्या कर दी. वारदात के बाद अपराधी बाइक से भाग निकले. मृतक व्यवसायी हथुआ थाने के मनीछापर गांव निवासी याहिया अंसारी का पुत्र सरवर अंसारी बताया गया है. उधर, व्यवसायी की हत्या की खबर मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी. व्यवसायियों ने बाजार की दुकानें बंद कर पुलिस के खिलाफ सड़क पर आगजनी कर जाम कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बुधवार की दोपहर करीब ढाई बजे सरवर अंसारी की दुकान पर बाइक सवार दो अपराधी पहुंचे.
अपराधियों ने बाइक से उतरते ही दुकान में घुस कर व्यवसायी को गोलियों से भून डाला. वारदात के बाद बाइक से दोनों अपराधी फरार हो गये. आसपास के लोग घायल दवा व्यवसायी को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में लकर गये, जहां चिकित्सकों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. लेकिन, बीच रास्तें में ही व्यवसायी ने दम तोड़ दिया.
घटना के बाद हथुआ बाजार के व्यवसायियों का गुस्सा भड़क उठा. हथुआ थाने के बाहर टैक्सी स्टैंड के पास टायर जला कर प्रदर्शन व नारेबाजी शुरू कर दी. हत्या के विरोध में बाजार की सभी दुकानें बंद करा दी गयीं. उधर, हथुआ बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. जिले के एक दर्जन से अधिक थानों की पुलिस को हथुआ के विभिन्न चौक – चौराहों पर तैनात कर दिया गया. वरीय अधिकारी सहित प्रशिक्षु डीएसपी विभेष कुमार,एसडीओ प्रमोद कुमार राम, हथुआ डीएसपी इम्तियाज अहमद, डीसीएलआर नुरुल एन, मीरगंज इंस्पेक्टर रामसेवक सिंह यादव, मीरगंज थानाध्यक्ष अक्षय लाल यादव सहित दस थानों की पुलिस कैंप कर रही है.
एसपी घटनास्थल पर पहुंचे : वारदात की खबर मिलते ही स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए गोपालगंज के एसपी रविरंजन कुमार भी मौके पर पहुंच गये. एसपी ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद उग्र व्यवसायियों से शांति की अपील की. एसपी के नेतृत्व में वरीय पुलिस अधिकारियों की टीम स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए देर रात तक कैंप किये हुए थी.
अपराधियों के मिले सुराग : एसपी
एसपी रविरंजन कुमार ने कहा कि हत्या में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार विशेष टीमें अलग – अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं. जल्द ही अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी कर ली जायेगी. वैसे एसपी गैंग में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को अहम सुराग मिल चुका है. एसपी ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए परिजन और व्यवसायियों से सहयोग की अपील की है.
व्यवसायी की हत्या के बाद उपद्रव
हथुआ बाजार में दवा व्यवसायी की हत्या के विरोध में व्यवसायियों ने बाजार को बंद करा दिया. आक्रोशित व्यवसायियों ने सड़क पर उतर कर मीरगंज-हथुआ मार्ग पर आगजनी कर जाम कर दिया. व्यवसायियों को शांत कराने पहुंचे हथुआ के एसडीएम प्रमोद राम चोटिल हो गये. एसडीएम के जख्मी होने के बाद सुरक्षा बलों ने किसी तरह से उन्हें बचा कर भीड़ से बाहर निकाल दिया. व्यवसायियों ने अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक बाजार बंद रखने का एलान किया है.
आक्रोशित व्यवसायियों का कहना था कि थाने से महज दस कदम की दूरी पर अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया. पुलिस अगर चौकस रहती, तो अपराधी पकड़े जा सकते थे. आक्रोशित लोगों के आगे पुलिस लाचार बनी थी. सैकड़ों की संख्या में सड़क पर उतरे व्यवसायियों ने पहले अस्पताल के पास हंगामा किया. इसके बाद थाने के बाहर लगे पुलिस के बोर्ड को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया. उधर, व्यवसायियों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर कई थानों की पुलिस बुला ली गयी. हथुआ के एसडीएम प्रमोद राम, एसडीपीओ समेत कई थानों की पुलिस कैंप कर शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील लोगों से की है.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ हथुआ : व्यवसायी की हत्या के बाद हथुआ बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. हथुआ थाने की पुलिस के अलावा विभिन्न थानों से मंगाये गये अतिरिक्त पुलिस बलों को चौक – चौराहों पर तैनात कर दिया गया. पुलिस के वरीय अधिकारियों की टीम स्थिति को शांत करने में जुटी रही. विभिन्न मार्ग से होकर गुजरनेवाले वाहनों की सघन जांच भी शुरू कर दी गयी है.
हत्या की खबर मिलते ही चीत्कार : मनीछापर गांव में दवा व्यवसायी की हत्या की खबर मिलते ही चीत्कार मच गया. गांव की महिलाएं और पुरुष घटनास्थल की ओर शव देखने के लिए निकल पड़े. अनुमंडलीय अस्पताल परिसर लोगों की भीड़ से भरा हुआ था. परिजनों की चीत्कार से अस्पताल परिसर गमगीन रहा. परिजनों को दवा व्यवसायी सरवर अंसारी हत्या की बात यकीन नहीं हो पा रहा था. परिजनों की मानें, तो दवा व्यवसायी की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वारदात के पीछे किसका हाथ हो सकता है, पुलिस इसकी जांच कर रही है.
बच्चों के सिर से उठा पिता का साया : दवा व्यवसायी सरवर अंसारी के एक पुत्र व एक पुत्री हैं. पिता की हत्या के खबर मिलते ही आठ साल का पुत्र रो पड़ा. वहीं पांच साल की पुत्री को अपने पिता की मौत होने का एहसास नहीं था. परिजनों को रोते-बिलखते देख मासूम पुत्री भी रो रही थी. आसपास के लोग दोनों बच्चों को समझा – बुझा कर बनाने में जुटे थे.
सरल स्वभाव के थे सरवर : दवा व्यवसायी की हुई हत्या के बारे में लोग जानने के लिए बेताब हैं. क्योंकि वे सरल स्वभाव के थे. किसी भी
विवाद व राजनीति से उन्हें कोई मतलब नहीं था. प्रतिदिन दुकान खोल कर अपना व्यवसाय करते थे. लेकिन, सरवर की हुई हत्या को लेकर लोग जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर किन कारणों से अपराधियों ने शिकार बना लिया.
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