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नीतीश के न्याय के साथ विकास और लालू के मंडल झ्र2 का नारा महज छलावा :रामेश्वर प्रसाद

नीतीश के न्याय के साथ विकास और लालू के मंडल –2 का नारा महज छलावा :रामेश्वर प्रसादनालंदा के छोटू मांझी के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी के लिए कड़े कदम उठाये सरकार अपराध की बढ़ती घटनाओं के विरोध में माले और खेत मजदूर सभा चलायेगा आंदोलन संवाददाता, पटना भाकपा–माले के पूर्व सांसद व अखिल भारतीय खेत […]

नीतीश के न्याय के साथ विकास और लालू के मंडल –2 का नारा महज छलावा :रामेश्वर प्रसादनालंदा के छोटू मांझी के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी के लिए कड़े कदम उठाये सरकार अपराध की बढ़ती घटनाओं के विरोध में माले और खेत मजदूर सभा चलायेगा आंदोलन संवाददाता, पटना भाकपा–माले के पूर्व सांसद व अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने न्याय के साथ विकास और मंडल राज–2 के नारे की आर में बिहार की गरीब जनता को एक बार फिर धोखा दिया है. मंगलवार को उन्होंने कहा है कि अभी जदयू–राजद की नवगठित सरकार के एक महीने भी नहीं हुए हैं, कि पूरे बिहार में गरीबों, महादलितों, महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुयी है. अपराधियों का मनोबल बढ़ा है. बिहार की जनता ने भाजपा के नापाक मंसूबों को नाकामयाब बनाते हुए बिहार के विकास के लिए इस गंठबंधन को वोट किया था, लेकिन यह सरकार दूसरी ही राह पर बढ़ रही है. इसके खिलाफ माले और खेत मजदूर सभा जमकर आंदोलन चलायेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के हिलसा प्रखंड स्थित बड़की घोषी गांव में जिस तरह राजद संरक्षित अपराधियों द्वारा मुसहर जाति के छोटू मांझी की बर्बर हत्या की गयी, वह साफ तौर पर दिखलाता है कि अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि माले की एक उच्चस्तरीय टीम ने गांव का दौरा करके घटना का जायजा लिया. इस टीम में रामेश्वर प्रसाद के अलावा खेत मजदूर सभा के राज्य सचिव वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, खेमस नेता गोपाल रविदास, प्रदीप कुमार, जयप्रकाश पासवान आदि शामिल थे. नेताओं ने कहा है कि पिछले 18 दिसंबर को राजद संरक्षित शराब माफिया व अपराधी गिरोह ने पत्थर से कूच कर छोटू मांझी की हत्या कर दी. इस बर्बर हत्या के उपरांत मृतक का अंतिम संस्कार भी उचित ढंग से नहीं किया गया. मुखिया ने अंतिम संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना से पैसा देने में आनाकानी की, और फलत: उसकी लाश गंगा के किनारे फेंक दी गयी. उसे लावारिस घोषित कर दिया गया. उन्होंने सरकार से अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी के लिए कड़े कदम उठाने और मृतक के परिजन को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की है.

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