संवाददाता.गोपालगंजहे गोपालगंज वासियों आज मैं थावे महोत्सव अपनी चौथे वर्ष पुरा करुंगा. शैशवावस्था से निकल कर मैं अब बाल्यावस्था में पहुंच गया हूं. आज उत्सव के बीच जश्न मनेगा. जिला को जो विरासत मिली है आप उस पर इतराइये तथा मेरे चौथे वर्ष के उत्सव पर आप भी मुस्कुराइये. बिहार में महोत्सवों के दौर में वर्ष 2015 के रूप में बिहार सरकार पर्यटन विभाग द्वारा 21 वें महोत्सव के रूप में गोपालगंज जिला को थावे महोत्सव के रूप में एक अतुलनीय धरोहर दी गयी. जोश उत्सुकता और आनंद के बीच चले आ रहे प्रति वर्ष के इस दौर में टीका टिप्पणी करने वाले भी पीछे नहीं रहे हैं. इस बार भी एक वर्ग ऐसा है जो महोत्सव को राष्ट्रीय रूप देने के लिये जी तोड़ प्रयासरत है वहीं दूसरे इस पर टिका -टिप्पणी करने से बाज नहीं आ रहे. थावे महोत्सव मां भवानी के गोद में जन्म लिया प्रतिवर्ष पल बढ़ रहा है. जरा सोचियें कौन इससे उत्साहित नहीं होगा और कौन भाग लेना नहीं चाहेगा. यहां कोई इसमें नाम दर्ज ही करा लिया तो क्या हो गया नाम तो जिला का ही होगा. शायद आप भी यहीं चाह रहे है. तो क्यों नहीं अपनी हिरासत पर मुस्कुराते. थावे महोत्सव की पहचान राष्ट्रीय बनी तो आप का भी बड़ा नाम होगा. महोत्सव जब जवान हो जायेगा तो कोई भी राग अलापा जाय फिलहाल सिंहासिनी के पुत्र थावे महोत्सव को तेज, नाम पाने के लिये मिली इस विरासत पर आप भी इतराइये और इस जश्न मे मुस्कुराइये क्यो कि यह सब का धरोहर है. नाचने गाने वाले चले जायेंगे आपका धरोहर आपके पास रह जायेगा. इस लिये इसे संभाले.
थावे महोत्सव: आइये अपने विरासत पर इतराइये
संवाददाता.गोपालगंजहे गोपालगंज वासियों आज मैं थावे महोत्सव अपनी चौथे वर्ष पुरा करुंगा. शैशवावस्था से निकल कर मैं अब बाल्यावस्था में पहुंच गया हूं. आज उत्सव के बीच जश्न मनेगा. जिला को जो विरासत मिली है आप उस पर इतराइये तथा मेरे चौथे वर्ष के उत्सव पर आप भी मुस्कुराइये. बिहार में महोत्सवों के दौर में […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement