17 फरवरी को शाम 7..34 से रात 9.47 बजे तकपूजा का उत्तम मुहूर्त, भक्त बाबा का लेंगे आशीर्वाद संवाददाता. गोपालगंजमहाशिवरात्रि इस वर्ष 17 जनवरी मंगलवार को है. योग गणना पंचांग के अनुसार, मंगल योग में आनेवाली शिवरात्रि विशेष फलदायी होती है. 20 साल बाद इस बार शिवरात्रि ऐसा ही शुभ संयोग लेकर आ रही है. इस दौरान पूजा-अर्चना, दान-पुण्य करने से समृद्धि आयेगी. पं पंकज शुक्ला ने बताया कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्र्योदशी के रूप में मनायी जाती है. इस बार शिवरात्रि के एक दिन पहले और एक दिन बाद विशेष संयोग है. मंगल योग में शिवरात्रि होने से भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करने से हर मनोकामना पूरी होगी.शिव की चारों पहर होती है पूजापं पंकज शुक्ला ने बताया कि भगवान शिव की पूजा चारों पहर होती है. वैसे इस महाशिवरात्रि पर प्रात:काल 6.29 से 7.47 बजे तक कुंभ लग्न और सुबह 10.52 से 12.28 बजे वृश्चिक लग्न में पूजा का शुभ मुहूर्त है. वहीं उत्तम समय पूजा शाम 7.34 से रात 9.47 बजे तक है. उन्होंने कहा कि शिवरात्रि में रात्रि पूजा का विशेष महत्व है.16 फरवरी को सोमप्रदोषशिवरात्रि के एक दिन पहले सोमवार को प्रदोष है. इस दिन सोम-प्रदोष का संयोग बनेगा. इस दिन व्रत-शिव पूजा विशेष फलदायी होगी18 फरवरी को बुधावती अमावस्याशिवरात्रि के अगले बुधावती अमावस्या रहेगी. बुधवार हो होनेवाली अमावस्या पुण्य में वृद्धि करनेवाली होती है. शुभदायी और फलदायी है.
श्रवण नक्षत्र में मनेगी महाशिवरात्रि
17 फरवरी को शाम 7..34 से रात 9.47 बजे तकपूजा का उत्तम मुहूर्त, भक्त बाबा का लेंगे आशीर्वाद संवाददाता. गोपालगंजमहाशिवरात्रि इस वर्ष 17 जनवरी मंगलवार को है. योग गणना पंचांग के अनुसार, मंगल योग में आनेवाली शिवरात्रि विशेष फलदायी होती है. 20 साल बाद इस बार शिवरात्रि ऐसा ही शुभ संयोग लेकर आ रही है. […]
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