* पुश्तैनी जमीन बेच कर शराब पीने से बेटे ने किया था मना
गोपालगंज : शराब के नशे ने पूरे परिवार को बिखरने पर विवश कर दिया है. शराब की लत के कारण पुश्तैनी जमीन को बेच रहे विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मटिहिनिया गांव के निवासी जयप्रकाश पटेल का विरोध उसका बेटा संजय पटेल ने किया. संजय को यह पता रहता कि यह विरोध इतना महंगा पड़ेगा, तो शायद वह कभी ऐसा नहीं करता. जमीन बेचने के विरोध के कारण शनिवार की सुबह से घर में तनाव था.
तनाव के कारण संजय की मां ज्ञांति देवी ने बेटे के खिलाफ विश्वंभरपुर थाने में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो मामले की जांच करने पहुंचे सब इंस्पेक्टर विजय मंडल ने संजय को दरवाजे पर बुला कर गाली–गलौज करने लगे. मना करने पर पुलिस ने अपना बर्बर चेहरा अख्तियार कर लिया और उसकी पिटाई करने लगी.
उसे बचाने आयी उसकी पत्नी सुनीता को भी नहीं बख्शा गया. पुलिस की बर्बरता देख ग्रामीणों के भी होश उड़ गये. पुलिस के इस चेहरे की दिन भर इलाके में चर्चा होती रही. उधर, घायल दंपति को देखने सदर अस्पताल में भी ग्रामीणों की भीड़ लगी रही.
पुलिसिया कार्रवाई के पीछे कहीं साजिश तो नहीं : विश्वंभरपुर थाने के विनोद मटिहिनिया गांव में जिस प्रकार पुलिस ने अपना खौफनाक रूप दिखाया, इसके पीछे साजिश होने की चर्चा भी जोरों पर है.
गांव में इस गरीब परिवार को बरबाद करने के लिए कुछ लोग जयप्रकाश पटेल को शराब पिला कर उसकी जमीन को हड़प लेना चाहते हैं. जबकि इसकी जानकारी उसके बेटा संजय पटेल को थी. संजय अपने पिता के इस कदम का विरोध कर रहा था. जिन लोगों ने जमीन पर नजर लगा रखी थी, उन्हीं के बहकावे में आकर संजय की मां ने थाने में अपने बेटा व बहू के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी.
मामले की जांच करने गयी पुलिस शांति बनाने के बदले दंपती की बेरहमी से पिटाई कर डाली. पुलिस के अधिकारी यह समझ नहीं पाये कि जिस साजिश के शिकार हो रहे हैं, वे लोग भी उनका सहयोग नहीं कर पायेंगे. हालांकि पहले से ही इस गांव में उनके इशारे पर पुलिस लोगों को गिरफ्तार करती रही है.
जांच से खुलेगा राज : पुलिस उत्पीड़न की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान डॉ विनोद कुमार चौधरी ने ग्रामीण इंस्पेक्टर एमके सिंह को तत्काल पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. पुलिस इंस्पेक्टर की इस जांच से सच का खुलासा होगा. ग्रामीण जिन्होंने पुलिस की बर्बरता को अपनी आंखों से देखा है, अगर उनके बयान को दर्ज किया गया तो आरोपित पुलिस अधिकारी और जवानों के खिलाफ कार्रवाई तय है.
महिला को बिना महिला पुलिस के गिरफ्तार करने या उसे हिरासत में लेने तक का कानून इजाजत नहीं देता तो किस परिस्थिति में सब इंस्पेक्टर ने सरेआम गिरफ्तारी तो दूर उसकी पिटाई की, जिससे उसके कपड़े तक फट गये थे.
* बेटे के विरोध के कारण थाने में की गयी शिकायत
* जांच करने पहुंचे पुलिस अधिकारी ने किया गाली–गलौज
* मना करने पर की गयी बेरहमी से पिटाई
* विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मटिहिनिया गांव में हुई घटना