गोपालगंज : लोकतंत्र के महापर्व में मतदान के लिए पत्नी की विदाई कराने ससुराल आये दामाद की बेरहमी से पिटाई की गयी. इतना ही नहीं पिटाई करने के बाद उसे बेहोशी की हालत में मरा समझकर मुजौना नहर के पुल के नीचे फेंक दिया गया. गश्ती में निकली मांझा थाने की पुलिस ने युवक को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने हालत चिंताजनक बताते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
दरअसल, कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा निवासी हरेंद्र प्रसाद के पुत्र सुनील कुमार शुक्रवार की शाम में अपनी ससुराल राम प्रसाद के यहां पत्नी की विदाई कराने पहुंचा था. लेकिन, ससुराल वालों ने उन्हें रात्रि में ना भोजन दिया और ना ही बैठक के लिए पूछा. किसी तरह इधर-उधर घूम कर रात में अपना समय बिताने के बाद शनिवार की सुबह अपनी सास उमरावती देवी से कहा कि पत्नी रीता कुमारी की विदाई कर दीजिए. रविवार को मतदान है, उसे वोट देना है. इसी बात पर आग-बबूला होकर उसकी सास गाली-गलौज करने लगी.
सुनील कुमार ने सास की बात का विरोध करते हुए अपने पुत्र गोलू कुमार को ससुराल से लेकर जाने लगा. जिससे नाराज होकर ससुराल के दूधनाथ प्रसाद, बीरेंद्र प्रसाद, गोकुल प्रसाद सहित चार पांच लोगों ने लाठी-डंडे से पिटाई शुरू कर दी. पीड़ित ने आरोप लगाया कि बेहोश होने तक पीटा गया. मृत समझकर नहर के नीचे फेंक दिया गया. एएसआइ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बेहोशी हालत में देख युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस पूरे मामले में पूछताछ कर कार्रवाई करने में जुटी है.
पत्नी और बेटे की करता था पिटाई, इसलिए नहीं की विदाई
युवक को अस्पताल में पहुंचा पुलिस तब जांच करने पहुंची, तो पीड़ित की सास ने कहा कि तीन साल पूर्व शादी हुई. शादी के बाद से ही मेरा दामाद अपनी पत्नी और बेटे की पिटाई करता था. विदाई करने से इनकार कर दिया. परिजनों ने मामले में बार-बार झगड़ा करने का आरोप लगाया. वहीं, पुलिस दोनों पक्ष के लोगों से पूछताछ कर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.