गोपालगंज : लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी जिले में स्थापित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की कुल 64 शाखाओं में बैंक कर्मियों की हड़ताल से कामकाज ठप रहा. दो दिनों की हड़ताल के कारण करीब 32 करोड़ रुपये का कारोबार बाधित हुआ है. साथ ही बैंक से संबंधित ग्राहकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. खाते में पैसा रहने के बावजूद बैंक बंद रहने से निकासी नहीं हो रही है, जिससे कई जरूरी कार्य बाधित हो गये हैं. मालूम हो कि केंद्रीय यूनाइटेड फोरम ऑफ ग्रामीण बैंक यूनियंस के आह्वान पर अपनी सात सूत्री मांगों के समर्थन में बैंक कर्मी सोमवार के बाद मंगलवार को भी हड़ताल पर रहे. यह हड़ताल तीसरे दिन बुधवार को जारी रहेगी.
वहीं, हड़ताली ग्रामीण बैंक कर्मियों ने मंगलवार को भी जिला मुख्यालय स्थित मुख्य शाखा व क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष अपनी मांगों के समर्थन में धरना व प्रदर्शन किये. इस दौरान जिला यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक सह अरेबिया केंद्रीय संगठन के राष्ट्रीय संयोजक सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण बैंक कर्मियों के मांगों के संदर्भ में केंद्रीय यूनाइटेड फोरम व अरेबिया के प्रतिनिधि छह सांसदों सहित पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के नेतृत्व में पिछले 21 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिल चुके हैं. मांगों पर सहमति व वार्ता विफल होने के कारण बैंक कर्मियों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. अगर केंद्र सरकार हमारी मांगों की पूर्ति नहीं करती है तो लंबी हड़ताल शुरू होगी. मौके पर अनिल कुमार सिंह, हरिद्वार सिंह, सच्चिदानंद श्रीवास्तव, प्रेमचंद विद्यार्थी, प्रदीप कुमार, मनई राम, त्रिलोकी नाथ गुप्ता, सुशील कुमार व हेमंत कुमार आदि मौजूद थे.