मंगलवार की सुबह में निकाली जायेगी भव्य शोभायात्रा, दोपहर में महाबोधि मंदिर में होगा उद्घाटन
विभिन्न देशों से लगभग 20 हजार भिक्षु, भिक्षुणी व श्रद्धालु होंगे शामिल
बोधगया में सुरक्षा को लेकर बढ़ायी गयी सख्ती
वरीय संवाददाता, बोधगया.
विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में मंगलवार को 20वां इंटरनेशनल त्रिपिटक चैंटिंग का शुभारंभ होगा. यह 13 दिसंबर तक जारी रहेगा. त्रिपिटक के विनय पिटक का पाठ बुधवार की सुबह से शुरू होगा. मंगलवार को बोधिवृक्ष की छांव तले इसका विधिवत उद्घाटन होगा. उद्घाटन समारोह में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम, मंत्री के साथ ही भारत के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व अन्य मौजूद रहेंगे. त्रिपिटक चैंटिंग समारोह को लेकर मंगलवार की सुबह विभिन्न देशों के बौद्ध भिक्षु, भिक्षुणियों व श्रद्धालुओं की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी. यह रॉयल थाई बौद्ध मठ से कालचक्र मैदान तक आयोजित होगा. इसके बाद दोपहर में डेढ़ बजे से महाबोधि मंदिर परिसर में उद्घाटन समारोह संपन्न कराया जायेगा. हर दिन महाबोधि मंदिर में आयोजित होने वाले चैंटिंग में शामिल होने वाले लगभग 20 हजार भिक्षुओं व श्रद्धालुओं के लिए कालचक्र मैदान में ब्रेकफास्ट व लंच के साथ शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था की गयी है. इसको लेकर महाबोधि मंदिर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने और सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने भी पूरी तैयारी की है.बोधगया में 12 दिसंबर तक किया यातायात प्लान
1. नोड-वन से महाबोधि मंदिर व कालचक मैदान की तरफ बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.2.बांग्लादेश बौद्ध मठ मोड़ से महाबोधि मंदिर की तरफ बगैर इंट्री पास के कोई भी वाहन प्रवेश नहीं करेगा.3. बर्मा मोड़ की तरफ से भी महाबोधि मंदिर की तरफ बगैर इंट्री पास के कोई वाहन प्रवेश नहीं करेगा. 4. राजापुर मोड़ से दक्षिण बोधगया की ओर से बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा, परंतु जिस बड़े वाहन को पच्छट्टी मोड़ से सुजातागढ़ की ओर नदी पार कर जाना है, तो वे पच्छट्टी मोड़ से सुजातागढ़ की ओर जा सकता है.5. बर्मा मोड़ से महाबोधि मंदिर की तरफ बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगा.6. घूंघरीटांड़ रीवर साइड रोड से आने वाले वाहन राजापुर मोड़ से मुड़कर सुजाता बाइपास होते हुए नोड-वन या दोमुहान की ओर जायेंगे. दोमुहान व नोड-वन से आने वाले वाहन राजापुर मोड़ से रीवर साइड रोड के रास्ते अपने गंतव्य पर जायेंगे. 7. बांग्लादेश मठ मोड़ से बर्मा मोड़ के बीच कहीं भी अनावश्यक रूप से कोई गाड़ी पार्क नहीं होगी. केवल पार्किंग स्थल में ही गाड़ी पार्क होगी.बैरियरः –
1. बर्मा मोड़ के पास महाबोधि मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर.2. चिल्ड्रेन पार्क के सामने पश्चिम महाबोधि मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर.
3. बांग्लादेश बौद्ध मठ मोड़ के पास.4. विरला धर्मशाला के पास.
5. पच्छट्टी मोड़ के पास.6. म्यूजियम के पास .
7. मौसा मोड़ के पास.8. महाबोधि सोसाइटी के पास (श्रीलंका मोनास्टरी) विरला धर्मशाला जाने वाली सड़क के मोड़ पर.
9. कालचक मैदान के गेट नंबर-पांच के पास.10. कालचक मैदान के गेट नंबर-नौ के पास.
11. पानी टंकी के पास बैरिकेडिंग व ड्राप गेट.12. कालचक्र मैदान गेट नंबर-आठ के सामने.
पार्किंग स्थलः-
1. नोड वन क्षेत्र में पार्किंग स्थल.2. मगध विश्वविद्यालय कैंपस.3. चिल्ड्रेन पार्क के पास पार्किंग
4. नोड-टू के पास पार्किंग.5. कालचक मैदान के गेट नंबर-दो के सामने कब्रिस्तान के सामने खाली जमीन पर (सरकारी वाहन/वीआइपी वाहन के लिए).वीवीआइपी के आगमन के समय
वीवीआइपी के आगमन के समय एंबेसी मोड़ से महाबोधी मंदिर की ओर गाड़ी प्रवेश पर रोक को लेकर अन्य श्रद्धालु व जनता के लिए कालचक्र मैदान तक वाहन ले जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग निम्न प्रकार है.01. एंबेसी मोड़ से मियां बिगहा होते कालचक्र मैदान के गेट नंबर-आठ के पास (रास्ता में ब्रेकर ज्यादा है).02. नोड-वन से तेरगर मॉनास्टरी मोड़ होते हुए कालचक्र मैदान के गेट नंबर नौ के पास से.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

