गया जी. वाराणसी से गया होते हुए रांची जानेवाली वंदे भारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 20888) पर बुधवार की देर शाम अज्ञात लोगों ने रफीगंज–कष्ठा रेलखंड के पास पत्थरबाजी कर दी. इस घटना में ट्रेन के इंजन और दो बोगियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गये. हालांकि, किसी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं है. घटना के बाद लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने तत्काल इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को दी. सूचना मिलते ही रफीगंज और गया आरपीएफ के साथ रेल पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और मामले की जांच शुरू की. प्रारंभिक जांच में किसी संदिग्ध की पुष्टि नहीं हो सकी. प्राथमिकी दर्ज, छापेमारी अभियान जारी गुरुवार को रफीगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ रेलवे अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीडीयू मंडल के आरपीएफ सीनियर कमांडेंट जेथिन बी राज ने रफीगंज आरपीएफ इंस्पेक्टर को विशेष छापेमारी अभियान चलाने का निर्देश दिया है. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास से 10 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, हालांकि प्राथमिक पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. आरपीएफ और रेल पुलिस की टीमें संभावित सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. सीनियर कमांडेंट ने क्या कहा डीडीयू मंडल के आरपीएफ सीनियर कमांडेंट जेथिन बी. राज ने बताया कि वाराणसी-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटना में अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. रफीगंज आरपीएफ पोस्ट पर टीम कैंप कर रही है और लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना फुट ओवरब्रिज पार करने के कुछ देर बाद घटी. इस हमले में इंजन का फ्रंट शीशा और दो बोगियों के शीशे टूट गये हैं. हम हर कोण से मामले की जांच कर रहे हैं. ट्रेन संचालन पर कोई असर नहीं रेल अधिकारियों के अनुसार, घटना के बावजूद ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गयी. वंदे भारत जैसी हाइस्पीड और प्रीमियम ट्रेन पर हमला रेलवे सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर चिंता का विषय है.
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