गया. सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ व कला समीक्षक स्व रवि आचार्य की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर पंचमहला स्थित उनके आवास पर सांस्कृतिक संस्था सुर सलिला द्वारा श्रद्धांजलि स्वरूप भजन संध्या का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में विभिन्न वर्ग के बुद्धिजीवियों, संगीतज्ञों, कलाकारों व समाजसेवियों ने स्व रवि आचार्य के कृतित्व व व्यक्तित्व की चर्चा कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की. श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में महेश लाल गुपुत, संगीतज्ञ राजन सिजुआर, सुर सलिला के सचिव राजेश्वर सिंह, तबला वादक दिनेश महुआर, प्रिन्सी डायर, रजनीश कुमार झुन्ना, टिबलू जी, श्याम भंडारी, रूपक सिन्हा, नन्दन कुमार सिन्हा, अरूण आचार्य, कैप्टन जलेश्वर सिंह, प्राण मित्तल, रजनीश कुमार मुख्य रूप से शामिल थे. इन लोगों ने स्व रवि आचार्य के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. दूसरे सत्र में भजन संध्या का आयोजन हुआ. कार्यक्रम के संयोजक संगीतज्ञ पंडित राजन सिजुआर द्वारा ”फुलवन सेज सजाऊंगी सहित ठुमरीगायन के तहत ठाडे रहो घनश्याम” की भावपूर्ण प्रस्तुति दी गयी. इनके साथ तबले पर कुमार रजनीश व हारमोनियम पर सर्वोत्तम कुमार संगत कर रहे थे. भजन संध्या के अंत में सुरेंद्र पाठक ने स्वरचित निर्गुण भजन ”डोली लेकर चले हो. गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया. इनके साथ तबले पर दिनेश मउआर संगत कर रहे थे.
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