गया. भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु की शहादत दिवस के मौके पर छात्र संगठन आइसा और युवा संगठन इंकलाबी नौजवान सभा ने युवा हुंकार मार्च के रूप में मनाया. मार्च समाहरणालय से निकल कर दिग्घी तालाब स्थित भगत सिंह मूर्ति तक गया जहां माल्यार्पण और श्रद्धांजलि के बाद सभा की गयी. सभा को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर ने कहा कि भगत सिंह और उनके साथी सुखदेव व राजगुरु को लाहौर जेल में फांसी दिये 94 साल हो चुके हैं. उर्दू में इंकलाब जिंदाबाद का मशहूर नारा, जिसे भगत सिंह ने अमर कर दिया, आज भी पूरे भारत में बदलाव और न्याय की सामूहिक पुकार के रूप में गूंजता है. आइसा नेता मो शेरजहां ने कहा कि भगत सिंह और उनके साथियों ने भारत की राजनीतिक परिकल्पना और वैचारिक प्रतिबद्धता को वह दिशा दी. कार्यक्रम में तारिक अनवर, आइसा नेता मो शेरजहां, अभिषेक राठौर, मो नूर, फराज़ हाली, मो शाकिब, नाजिश अनवर, रिपु यादव, सोनू यादव, ओम प्रकाश शर्मा व कई अन्य शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है