गया. सीयूएसबी के विधि एवं शासन विद्यालय (एसएलजी) ने दीक्षांत व्याख्यान शृंखला के अंतर्गत भारत में विधि शिक्षा के महत्व व समान नागरिक संहिता पर अतिथि व्याख्यान आयोजित किया. प्रो कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में एसएलजी डीन व विभागाध्यक्ष प्रो अशोक कुमार तथा कार्यक्रम समन्वयक प्रो प्रदीप कुमार दास द्वारा व्याख्यान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डीएनएलयू, जबलपुर के कुलपति प्रो मनोज कुमार सिन्हा तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में बीआर आंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, सोनीपत के कुलपति प्रो विनय कपूर मेहरा उपस्थित थे. कार्यक्रम में विधि एवं शासन विद्यालय के सभी संकाय सदस्य, पूर्व छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत प्रो अशोक कुमार सिंह के स्वागत भाषण से हुई. मुख्य अतिथि प्रो मनोज कुमार सिन्हा ने भारत में कानूनी शिक्षा का महत्व और लोक कल्याण में विधि छात्रों और अधिवक्ताओं की भूमिका पर मुख्य व्याख्यान दिया. उन्होंने कानूनी शिक्षा की प्रासंगिकता, समाज में इसकी भूमिका और विधि छात्रों की जिम्मेदारियों पर जोर दिया. मुख्य अतिथि प्रो विनय कपूर मेहरा ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर व्याख्यान देते हुए इसके ऐतिहासिक और सामाजिक पहलुओं पर चर्चा की और इसके संभावित प्रभावों पर विचार किया. इसके बाद विभाग के पूर्ववर्ती छात्रों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित किया गया. पूर्ववर्ती छात्र विक्की कुमार ने पूर्व और वर्तमान छात्रों के बीच बातचीत को सुविधाजनक बनाने, उन्हें इंटर्नशिप और करियर मार्गदर्शन में सहायता करने के लिए पूर्ववर्ती छात्र मंच बनाने का सुझाव दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है