गया. रामसागर रोड स्थित होटल मंत्रा रीजेंसी में बुधवार को सुर सलिला ट्रस्ट द्वारा पंडित गोपाल लाल सिजुआर की स्मृति में जन्म शताब्दी पर आयोजित हीरक जयंती समारोह के तहत सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ केके नारायण, ओंकारनाथ मैतीन, राय मदन किशोर, उषा डालमिया व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर व पंडित गोपाल लाल सिजुआर के चित्र पर माल्यार्पण कर किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ नारायण ने पंडित गोपाल लाल सिजुआर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा की. स्वागत भाषण ट्रस्ट के संस्थापक राजेंद्र सिजुआर ने दिया. इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली से आये भागलपुर मिश्रा घराने के विख्यात वायलिन वादक पंडित (डॉ) संतोष नाहर की प्रस्तुति से हुई. श्री नाहर ने अपने वादन की पहली कड़ी में सुमधुर दक्षिण भारतीय राग वाचस्पति से अपने कार्यक्रम का आगाज किया. नाहर ने अपने वादन का समापन राजस्थान के प्रसिद्ध गायकी बीकानेर के मांड केसरिया बालम पधारो…. से किया, जिसमें कुछ प्रदेशों के लोक रंग को भी दिखाया. इनके साथ राजकुमार नाहर तबला पर संगत कर रहे थे. उनकी प्रस्तुति के बाद बनारस घराने के गायक पद्म भूषण पंडित साजन मिश्र व स्वरांश मिश्र की शास्त्रीय गायन की मनमोहक प्रस्तुति हुई. इनके साथ हारमोनियम पर बनारस घराने के पंडित धर्मनाथ मिश्र, तबला पर डॉ राज कुमार नाहर, सारंगी पर बनारस घराने के विनायक सहाय व वायलिन पर पंडित संतोष नाहर संगत कर रहे थे. कार्यक्रम में श्याम भंडारी, डॉ राकेश कुमार सिन्हा रवि, सुरेंद्र कुमार पांडेय, दिनेश महुआर, डॉ नंदन कुमार सिन्हा, नचिकेता सहित काफी संख्या में स्थानीय कलाकार व संगीत प्रेमी उपस्थित थे.
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