गया जी. गया शहर के एकमात्र महिला सरकारी अस्पताल, प्रभावती हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था गुरुवार को पूरी तरह चरमरा गयी, जब अस्पताल की 50 से अधिक महिला सफाईकर्मी वेतन बकाया को लेकर कार्य बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर चली गयीं. सफाईकर्मियों ने अस्पताल प्रबंधन और जिम्मेदार एजेंसी जीविका के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए साफ कहा, पैसा नहीं, तो काम नहीं. हड़ताल पर उतरे सफाईकर्मियों का आरोप है कि वे पिछले 11 महीनों से लगातार काम कर रही हैं, लेकिन अब तक उन्हें सिर्फ तीन महीनों की पगार ही मिली है. बाकी छह महीनों से अधिक का वेतन बकाया है, जिसे लेकर उन्हें लगातार टालमटोल किया जा रहा है.
व्यक्तिगत संकट में हैं कर्मी
प्रदर्शन कर रहीं सफाईकर्मी बेबी देवी ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 28 मई को है, लेकिन अभी तक वेतन नहीं मिला है. एडवांस की बात तो दूर, अब तक मेहनत की कमाई भी नहीं मिली है. हम गहरे आर्थिक संकट में हैं, उन्होंने भावुक होते हुए कहा. वहीं एक अन्य कर्मी आशा देवी ने कहा, जब भी वेतन की बात की जाती है, जीविका समूह केवल आज-कल का बहाना बनाता है. लेकिन वह आज-कल अब छह महीने से भी ज्यादा समय से नहीं आया है. अब तो सातवां महीना भी शुरू हो गया है.
प्रबंधन पर उठे सवाल
कर्मियों का कहना है कि बार-बार आग्रह के बावजूद कोई ठोस जवाब नहीं दिया जा रहा है. इससे उनके घर की आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है. कई सफाईकर्मियों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द भुगतान नहीं किया गया, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकती हैं.अस्पताल की सफाई व्यवस्था प्रभावित
हड़ताल के चलते अस्पताल की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. मरीजों और परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गयी है.
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