खिजरसराय. खिजरसराय थाने के बाहर एक पक्ष का आवेदन नहीं लिये जाने का आरोप लगाकर केनी गांव के ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. दर्जन भर संख्या में रहे पुरुष और महिलाओं ने हंगामे के दौरान सहायक अवर निरीक्षक शैलेश कुमार का पिस्टल छीनने का भी प्रयास किया. मारपीट के इस प्रकरण में खिजरसराय थाने के चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हंगामे में अधिकतर महिलाएं थीं. गौरतलब है कि कांड संख्या 73/25 के वादी विनय कुमार थाना पहुंचे और दो दिन पहले हुए केस का हवाला देकर उन्होंने कहा कि उनके साथ मारपीट की जा रही है. उसके पीछे-पीछे केनी गांव के दर्जनों लोग थाने में उलझ गये. इसके बाद पुलिस ने हंगामा बढ़ते देख सभी को बाहर निकाला. बाहर निकलने पर सभी महिलाएं हंगामा करने लगीं और उनका कहना था कि विनय कुमार के द्वारा दर्ज प्राथमिकी में बबीता देवी को जेल भेज दिया गया और उन लोगों की प्राथमिकी भी नहीं दर्ज की गयी. इसी बीच समझाने आये शैलेश कुमार से महिलाओं तीखी नोक-झोक हो गयी. इस नोक-झोंक के बीच थाने के बाहर 15 मिनट तक ड्रामा चलता रहा. शैलेश कुमार के अनुसार, उनके पिस्टल को भी छीनने का प्रयास किया गया. इस प्रकरण में पुलिस ने 15 मिनट के हाइ वोल्टेज ड्रामे के बाद सुचित कुमार, विभा कुमारी, सुमन कुमारी और गुड़िया कुमारी को काफी प्रयास के बाद पकड़ा. महिला पुलिसकर्मी नीतू कुमारी, अनिता कुमारी, सहायक अवर निरीक्षक शैलेश कुमार, सूरज देव पाल का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खिजरसराय में इलाज कराया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद गिरफ्तार चारों लोगों के अलावा सीसीटीवी और फुटेज के आधार पर सहायक अवर निरीक्षक सुभाष कुमार चांकद, अंकित कुमार और पिंटू कुमार को भी आरोपित बनाया गया है. थाना प्रभारी कमलेश राम ने बताया कि उन लोगों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है.
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