शेरघाटी के रंगलाल हाइस्कूल मैदान में जनसुराज की बिहार बदलाव सभा प्रतिनिधि, शेरघाटी. जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को शेरघाटी के रंगलाल हाइस्कूल मैदान में बिहार बदलाव सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वह कोई नेता नहीं है, बल्कि जनता के बीच से निकले व्यक्ति हैं और सिर्फ बिहार की तस्वीर बदलने के लिए जनता के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्ष कांग्रेस और 20 वर्ष लालू प्रसाद ने शासन किया. अब सालों से नीतीश कुमार शासन में हैं, जबकि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. इसके बाद भी आम आदमी की हालत नहीं बदली. उन्होंने जनता से अपील की कि अगर आप अपने बच्चों का भविष्य सुधारना चाहते हैं, तो जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर सही रास्ते पर चलिए. पढ़ाई और रोजगार मिलेगा, तो गरीबी से बाहर निकलने का रास्ता खुद बनेगा. प्रशांत किशोर ने कहा कि वोट से पहले नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन जीत के बाद जनता की सुध नहीं लेते हैं. उन्होंने भीड़ से सवाल किया कि आपके बच्चों को बेहतर पढ़ाई और रोजगार मिला या नहीं. पांच किलो अनाज की जगह चार किलो मिल रहा है या नहीं. अयोध्या में मंदिर बना या नहीं. नीतीश कुमार के राज में बिजली आयी या नहीं. उन्होंने कहा कि बिहार का युवा आज भी मजदूरी के लिए गुजरात और दूसरे राज्यों में जाता है, जबकि यहां फैक्टरियां नहीं लग पाती हैं. उन्होंने जातिगत जनगणना पर भी सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि सत्ता दलों ने हमेशा जनता को अगड़ा-पिछड़ा, हिंदू-मुसलमान में बांटकर वोट लिया और असली मुद्दों से ध्यान भटकाया. पीके ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की छाती 56 इंच बतायी जाती है, लेकिन गरीबों के बच्चों के पास आज 15 इंच का पेट भरने की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक आप अपने बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं करेंगे, कोई और आपके लिए यह काम नहीं करेगा. सभा में संभावित उम्मीदवार पवन किशोर, नरेश मांझी, जिलाध्यक्ष भवानी सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य सह विधानसभा प्रभारी जावेद खां सहित कई नेता मौजूद रहे. भीड़ ने जोरदार तालियों और नारों के साथ प्रशांत किशोर का स्वागत किया.
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