फोटो- गया बोधगया 213- विशेष वक्ता को मेमेंटो भेंट करते विभागाध्यक्ष प्रो उपेंद्र कुमार
वरीय संवाददाता, बोधगया मगध विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में प्रो आरपी सिंह स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो एसएनपी दीन ने की, जबकि संचालन सहायक प्रो राकेश कुमार द्वारा किया गया. इस अवसर पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो अनुरंजन विशेष वक्ता के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि, विभागीय शिक्षकों तथा विद्यार्थियों द्वारा प्रो आरपी सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर व दीप प्रज्वलित कर किया गया. सहायक प्रो राकेश कुमार ने प्रो सिंह के शैक्षणिक व संस्थागत योगदानों का भावपूर्ण स्मरण करते हुए बताया कि उन्होंने न केवल भूगोल विभाग को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी, बल्कि अपने शोध कार्यों और प्रकाशनों के माध्यम से विभाग की प्रतिष्ठा को वैश्विक मंच तक पहुंचाया. विभागाध्यक्ष प्रो उपेंद्र कुमार ने मुख्य वक्ता, अतिथियों, विद्यार्थियों व शोधार्थियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो एसएनपी यादव दीन ने भूगोल विभाग को इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए बधाई दी. उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि बिहार का दरभंगा जिला जलीय जैव संसाधनों की दृष्टि से विशेष महत्वपूर्ण क्षेत्र है. इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो अनुरंजन ने दरभंगा जिले में आजीविका के स्रोत के रूप में जलीय जैव संसाधन का महत्व विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया. इस अवसर पर आइक्यूएसी के समन्वयक प्रो मुकेश कुमार ने भूगोल विभाग को व्याख्यानमाला के तहत विशेष व्याख्यान आयोजित करने के लिए बधाई दी. साथ ही, भूगोल विभाग के सेवानिवृत्त प्राध्यापक एवं पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो वीरेंद्र कुमार ने भी सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम के अंत में डॉ नीरज कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष, मुख्य वक्ता, आइक्यूएसी, विश्वविद्यालय प्रशासन, विभागीय शिक्षकों व सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया. इस कार्यक्रम में भूगोल विभाग के शिक्षक डॉ मिनाक्षी, डॉ लखभद्र सिंह, डॉ मौशमी, डॉ प्रीति कुमारी, डॉ पिंटू कुमार, राकेश कुमार, डॉ अविनाश व डॉ हिमांशु की उपस्थिति उल्लेखनीय रही. इसके अतिरिक्त डॉ स्नेहा स्वरूप (एस एस कॉलेज, जहानाबाद) ने भी व्याख्यान में सहभागिता की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

