Advertisement
सिविल ड्रेस के कारण पुलिस को लोग समझ बैठे अपराधी
पुलिस ने किया दावा आरोपित को बचाने के लिए लक्ष्नैती के ग्रामीणों ने किया हमला शेरघाटी : सामान्य कपड़ा पहन कर अपराधी को गिरफ्तार करने गांव में पहुंची पुलिस उस वक्त भौंचक्का रह गयी, जब ग्रामीणों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. हमले में पुलिस के एक जवान को चोट आयी है. घटना मंगलवार […]
पुलिस ने किया दावा आरोपित को बचाने के लिए लक्ष्नैती के ग्रामीणों ने किया हमला
शेरघाटी : सामान्य कपड़ा पहन कर अपराधी को गिरफ्तार करने गांव में पहुंची पुलिस उस वक्त भौंचक्का रह गयी, जब ग्रामीणों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. हमले में पुलिस के एक जवान को चोट आयी है.
घटना मंगलवार की रात शेरघाटी के कचौड़ी पंचायत स्थित लक्ष्नैती गांव की है. ग्रामीण जोगेंद्र यादव ने बताया कि दो बाइकों पर सवार चार लोग गांव में आये. चारों व्यक्ति पैंट और टी-शर्ट पहने हुए थे. उन्होंने गांव में पहुंचते ही कपिल यादव के बारे में पूछताछ की. इसके बाद विनोद यादव के बारे में पूछा.
पूछने पर आगे उन्होंने कहा कि वे झारखंड के जबड़ा जिहुलिया से आये हैं व यहां गाय खरीदना चाहते हैं. उनकी बात सुन कर ग्रामीणों ने उन्हें आरोपित के घर पहुंचा दिया. आरोपित के घर पहुंचते ही पुलिसवालों ने पिस्टल निकाल कर कहा कि हम प्रशासन के लोग हैं. तुम्हें गिरफ्तार किया जाता है, थाना चलो. इस पर आरोपित ने कहा कि वह उन्हें नहीं पहचानते हैं. आरोपित ने शर्त रख दी कि पुलिस की गाड़ी बुलायी जाय या फिर डीएसपी से बात करायी जाय, तभी वह उनके साथ जायेंगे.
बताया जाता है कि पुलिस कर्मचारी उससे जबरदस्ती करने लगे. आरोपितों के परिजनों ने इसका विरोध किया जिसको लेकर मारपीट होने लगी. मारपीट के दौरान ही महिलाओं ने उन पर हमला कर दिया. स्थानीय लोगों के अनुसार आरोपित उसी वक्त चोर–चोर चिल्लाने लगा. उसकी आवाज सुन कर ग्रामीण जुट गये व पुलिस कर्मचारियों पर पथराव करने लगे. आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने गांव के एक युवक सत्येंद्र यादव उर्फ मैना की धुनाई कर दी. उसकी पीठ पर चोट के निशान मिले हैं. महिलाओं ने भी बाइक सवारों पर जबरन घर में घुस कर मारपीट करने का आरोप लगाया.
आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पायी पुलिस
रोड़ेबाजी के कारण आरोपित विनोद यादव को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी व उसे बैरंग वापस लौटना पड़ा. ग्रामीणों का कहना है कि घटना के दो घंटे बाद पुलिस जीप पर सवार होकर पहुंची, लेकिन गांव के बाहर से ही वापस लौट गयी. ग्रामीणों ने कहा कि दो महीने पहले भी गांव में पारिवारिक विवाद में नंदलाल प्रसाद के घर पर चार अज्ञात लोग आये थे व घर के लोगों की पिटाई कर दी थी. उस घटना के कारण ही ग्रामीणों ने अपराधी समझ कर पुलिस पर रोड़ेबाजी की है. हमलोग नहीं जानते थे कि वे पुलिसवाले हैं. इसमें ग्रामीणों की कोई गलती नहीं है.
हमला करनेवालों की पहचान कर लेने का दावा
इधर, एएसपी सह थानाध्यक्ष मंजीत श्योराण ने बताया कि लक्ष्नैति गांव में पुलिस एक आरोपित को गिरफ्तार करने गयी थी, लेकिन गांव के लोगों ने आरोपित की मदद के लिए पुलिसवालों पर रोड़ेबाजी की. उन्होंने बताया कि रोड़ेबाजी करनेवाले ग्रामीणों की पहचान की जा रही है. उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement