गया: बीएड कॉलेज के छात्र शिक्षक विगत 10 महीने से वेतन के इंतजार में हैं. इसका कारण कॉलेज की ओर से छात्र शिक्षकों की उपस्थिति का ब्योरा नहीं देना बताया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि जिला स्कूल परिसर में चलनेवाले बीएड महाविद्यालय में 48 नियोजित शिक्षक बीएड के छात्र हैं. वे बीते एक वर्ष से अध्ययनरत हैं. उनका आरोप है कि उन्हें विगत 10 महीने से वेतन नहीं मिला है, जबकि वे हर रोज क्लास करते हैं.
बावजूद उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है. उनका कहना है कि जब उनकी नियुक्ति हुई थी और सरकार ने बीएड करने का निर्देश दिया था, तब सरकार की ओर से यह आदेश दिया गया था कि उन्हें सवैतनिक अवकाश दिया जा सकता है. शिक्षा विभाग ने भी इस बात का उल्लेेख 27 अप्रैल को पत्रांक संख्या 751 व 760 में किया है.
इस आदेश के बावजूद छात्र शिक्षकों को वेतन के लाले पड़े हैं. शिक्षकों का कहना है कि कॉलेज की ओर से उनकी उपस्थिति पंजिका नियोजन विभाग को नहीं भेज रही है. इसकी वजह से न तो उनका वेतन बन पा रहा है और न ही निर्गत किया जा रहा है. छात्र शिक्षक निर्मल कुमार व धर्मदेव का कहना है कि वेतन नहीं मिलने की वजह से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है. उनका यह भी कहना है कि प्रदेश के अन्य कॉलेजों की ओर से उपस्थिति पंजिका बना कर शिक्षा विभाग को भेजी जा रही है और छात्र शिक्षक वेतन भी ले रहे हैं. यही नहीं प्राइवेट कॉलेज से जो छात्र शिक्षक बीएड कर रहे हैं, उन्हें भी सवैतनिक अवकाश का वेतन मिल रहा है, पर अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय की ओर से ऐसा नहीं किया जा रहा है. कॉलेज की प्रिंसिपल डाॅ रत्ना घोष का कहना है कि इस मसले पर उनके पास संबंधित विभाग से कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. स्पष्ट आदेश के आते ही उपस्थिति रजिस्टर शिक्षा विभाग को पेश किया जायेगा.