सीतामढ़ी : समय-समय पर कुछ इस तरह की घटनाएं घटती रहती हैं, जिससे चमत्कार की संज्ञा दी जाती है. अंधविश्वास की बात कहने वाले लोग भी कुछ पल के लिए दैवीय चमत्कार को मानने लगते है. ऐसी ही एक घटना रविवार को डुमरा थाना अंतर्गत हरिछपड़ा गांव निवासी गंगा प्रसाद की 110 वर्षीय दादी इशरी देवी के साथ घटी है. जो मृत घोषित किये जाने के दो घंटे बाद जिंदा होकर बैठ गयी.
यह चमत्कार देख कर अब ग्रामीण भजन-कीर्तन में जुट गये हैं. आसपास के इलाका में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. जिसे यह चमत्कार पता चल रहा है वह इशरी देवी को देखने के लिए हरिछपड़ा गांव पहुंच रहा है.
दाह-संस्कार की तैयारी में जुट गये थे परिजन
इशरी देवी के पोता गंगा प्रसाद का कहना है कि उसकी दादी तीन-चार दिन से बीमार चल रही थी. सोमवार की सुबह 11 बजे परिवार वालों ने देखा कि इशरी देवी के शरीर मे हलचल नहीं हो रही है. छुने पर शरीर ठंडा व नब्ज रूकी हुई थी. घर में विलाप शुरूहोने पर आसपास के पड़ोसी भी आ गये. उनलोगाें ने भी शरीर छूने के बाद इशरी देवी को मृत घोषित कर दिया. चीख पुकार के साथ इशरी देवी के शव के साथ दाह-संस्कार की तैयारी भी की जाने लगी. कफन तक खरीद कर ले आया गया. इसी बीच दोपहर दो बजे इशरी देवी के शरीर में हलचल हुई और वह बिछावन पर उठ कर बैठ गयी.