फिलवक्त, वह इंदिरा गांधी ओपेन यूनिवर्सिटी से डीएड कर रहे हैं. इसी प्रकार अन्य शिक्षकों ने भी अपना पक्ष रखा है. अन्य शिक्षकों में उत्क्रमित हाइस्कूल पतेड़, वजीरगंज का शिक्षक प्रदीप कुमार, उत्क्रमित मिडिल स्कूल, सोनास, खिजरसराय का शिक्षक सुधीर कुमार, एएनएस हाइस्कूल की शिक्षक सुनीता कुमारी व गांधी इंटर स्कूल, कोंच के शिक्षक अरुणेश्वर प्रसाद सिंह शामिल हैं.
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) डॉ प्रियनंदन प्रसाद ने बताया कि किस शिक्षक का कौन-सा सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया है, यह जानकारी निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा उन्हें नहीं दी गयी है. ऐसे में कुछ भी बताना मुश्किल है. लेकिन, आरोपित कुछ शिक्षक मिल कर सर्टिफिकेट फर्जी नहीं होने का दावा कर चुके हैं. इस संबंध में फैसला आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जा सकती है. फिलहाल वेतन भुगतान व उपस्थिति बनाने पर रोक लगा दी गयी है. इसकी सूचना विभाग को भी दी गयी है.

