मानपुर : बुनियादगंज थाना क्षेत्र के पठानटोली से पकड़ा गया बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन का भारत प्रमुख मोहम्मद एजाज अहमद उर्फ उर्फ मोती अहमद उर्फ जीतू ऊर्प इजाज मानपुर के सुदूर गांवों में कपड़ा फेरी का काम करता था. सूत्र बताते हैं कि कपड़ा फेरी के दौरान वह बेरोजगार युवकों व नौजवानों को अपने साथ संगठन में जोड़ने का काम करता था. संगठन को विस्तार करने में इसका अहम रोल है.
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कपड़ा फेरी की आड़ में आतंकी संगठन को मजबूत कर रहा था एजाज अहमद
मानपुर : बुनियादगंज थाना क्षेत्र के पठानटोली से पकड़ा गया बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन का भारत प्रमुख मोहम्मद एजाज अहमद उर्फ उर्फ मोती अहमद उर्फ जीतू ऊर्प इजाज मानपुर के सुदूर गांवों में कपड़ा फेरी का काम करता था. सूत्र बताते हैं कि कपड़ा फेरी के दौरान वह बेरोजगार युवकों व नौजवानों को […]
आतंकी दिखने में काफी साधारण नौजवान दिखता था. उसके पास हिंदी, बंगाली, उर्दू के अलावा अंग्रेजी भाषा का अच्छा जानकार है. वह समय व जगह के हिसाब से अपनी भाषा का प्रयोग करता था. हिंदू बहुल गांवों में अपना परिचय जीतू के रूप में देता था. आतंकी एजाज आसपास के लोगों के साथ विशेष साधारण युवक का परिचय देते हुए धुल मिल कर रहता था.
गांवों व शहर तक रहता था आना जाना आतंकी एजाज साइकिल पर कपड़ा का फेरी देकर गांव-मुहल्ले में बेचता था. कपड़ा फेरी देना एक सिर्फ बहाना था. आतंकी संगठन को मजबूत करने में लगा रहता था. उसके पास से कीमती मोबाइल, लैपटॉप व आतंकी संगठन से जुड़े दस्तावेज बरामद किये गये हैं. कोलकाता से आयी एसटीएफ टीम ने रविवार की देर रात बुनियादगंज व मुफस्सिल थाने के सहयोग से छापेमारी की व आतंकी एजाज को गिरफ्तार कर लिया.
किराये के मकान में रहता है एजाज का परिवार
कोलकाता पुलिस की छापेमारी के बाद पठानटोली मुहल्ले के लोग काफी दहशत में है. उनके चेहरे साफ-साफ बता रहे हैं कि उसके पीछे कितने नये लोग जुड़े हैं. सोमवार की दोपहर मोहम्मद सइद अंसारी उर्फ लंबू टेलर मास्टर की गली में सब लोग खामोश दिख रहे थे. किसी भी नये लोग को देख कर सभी लोग किसी अनहोनी के आशंका से बौखला जाते थे. लंबू टेलर मास्टर (फेमस टेलर) जहानाबाद में सिलाई दुकान चलाता है. उसके नये घर में आतंकी एजाज ढाई माह पहले किरायेदार के रूप में रहने आया था.
उसके तीन बच्चे के साथ पत्नी भी रहती है. वहीं, पास के मकान में लंबू टेलर मास्टर का परिवार रहता है. परिवार के लोग इस गिरफ्तारी के बाद काफी डरे व सहमे दिख रहे हैं. उसकी पत्नी रहीमा शहनाज से जब पूछताछ की गयी कि आपको जानकारी है कि आपके शौहर एजाज आतंकी संगठन से जुड़े हैं, तो वह कुछ विशेष बताने से इन्कार कर गयी. अन्य बातों की जानकारी के बारे में पूछताछ की गयी, तो पता चला कि उसे हिंदी नहीं आती है.
पहले भी गया में पकड़े जा चुके हैं कई आतंकी
गया : बुनियादगंज थाने के पठानटोली से बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मोजाहिद्दीन के भारत प्रमुख एजाज अहमद की गिरफ्तारी से पहले भी यहां कई आतंकियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. बुनियादगंज में गिरफ्तारी होने के बाद सारी पुरानी गिरफ्तारी की चर्चाएं जगह-जगह होने लगी हैं.
13 सितंबर 2017 को अनुराग बसु ने अपना साहस दिखाते हुए वर्ष 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपित तथा प्रतिबंधित संगठन सिमी के कुख्यात इनामी आतंकवादी पठान तौसीफ खान उर्फ तौफीक को उसके एक अन्य साथी के साथ राजेंद्र आश्रम में एक साइबर कैफे के पास से गिरफ्तार कराया था.
आतंकी तौसीफ पर 26 जुलाई 2008 के अहमदाबाद (गुजरात) में 16 जगहों पर 21 सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश यासीन भटकल और असादुल्लाह उल्लाह उर्फ हड्डी तहसीन अख्तर वअबू बसर के साथ मिल कर रचने का आरोप था. इसमें 56 बेगुनाह लोगों की जानें गयी थीं और 200 लोग घायल हुए थे. मोहम्मद तौसीफ भी नाम बदल कर करमौनी के एक स्कूल में मास्टर का काम करता था.
इसके बाद 10 फरवरी 2018 को जम्मू के जेहादी संगठन के लिए साइबर सेल बनाने का काम करनेवाला नाला रोड के मोहम्मद अनवर उर्फ मुन्ना को सिविल लाइंस थाने के आइएमए हॉल के सामने उसकी बैटरी दुकान से गिरफ्तार किया गया था. इसके साथ ही इसके सहयोगी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था.
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