गया : शराबबंदी के बाद जिले में दुर्घटनाओं की संख्या में काफी कमी आयी है. लेकिन, दुर्घटनाओं की कम संख्या में ही मरनेवालों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. सरकार की ओर से जागरूकता अभियान चला कर तरह-तरह के सुरक्षित उपाय लोगों को बताये जा रहे हैं. कितने भी जतन के बाद लोग हेलमेट लगा कर बाइक चलाने की आदत नहीं डाल पा रहे हैं.
जानकारों का कहना है कि कुछ ही लोग यह मान कर हेलमेट पहनते हैं कि उनकी सुरक्षा के लिए यह बहुत जरूरी है. लेकिन, ज्यादातर लोग पुलिस या फिर फाइन से बचने के लिए ही हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं. डीटीओ जनार्दन कुमार कहते हैं कि शराब चालू रहते वक्त यह माना जाता था कि शराब पीकर बाइक चलाने से दुर्घटना होती है.
लेकिन, शराबबंदी के बाद एक्सीडेंट की संख्या में कमी आयी है, पर मौतों की संख्या बढ़ गयी है. उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण हेलमेट नहीं पहन कर, अनियंत्रित गाड़ी, ओवरलोडिंग गाड़ी चलाना आदि है. लोगों को अपनी आदतों में बदलाव लाकर यह सोचना होगा कि वे अपनी जान की सुरक्षा के लिए ही हेलमेट पहनते हैं. हेलमेट पहनने पर अगर एक्सीडेंट होता भी है, तो उसमें जान जाने की आशंका कम ही होती है. उन्होंने बताया कि नियंत्रित गाड़ी चला कर खुद व दूसरे दोनों के लिए यात्रा को सुरक्षित बना सकते हैं.