छह सदस्यीय टीम करेगी सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग
जहां-तहां कचरा फैलानेवालों पर जुर्माना वसूलने की हो रही तैयारी
गया : संसाधन व कर्मचारी रहने के बाद भी शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं रहने को लेकर नगर निगम बोर्ड की बैठक में सभी चिंतित दिखे.बैठक में फैसला लिया गया कि अब शहर में हर दिन सुबह दो घंटे छह सदस्यीय टीम सफाई व्यवस्था जांचने का काम करेगी. निगम सभागार में सोमवार को आयोजित बोर्ड की बैठक में डिप्टी मेयर ने कहा कि सिटी मैनेजर, सफाई प्रभारी, सफाई निरीक्षक आदि को मिला कर छह सदस्यीय टीम गठित कर दी गयी है. यह टीम हर दिन सुबह में सात से नौ बजे तक सफाई व्यवस्था की जांच करेंगे.
जिन वार्डों में मशीन से सफाई करायी जा रही है, वहां से मजदूर हटा कर दूसरी जगह काम पर लगाये जायेंगे. उन्होंने संबंधित कर्मचारी से कहा कि मशीन से सफाई के लिए रूट चार्ट तैयार कर लें, ताकि किसी तरह की दिक्कत उत्पन्न नहीं हो. डिप्टी मेयर ने कहा कि संसाधन व कर्मचारी होते हुए कुछ जगहों पर लोग सहयोग नहीं करते, तो कई जगहों पर कर्मचारियों की भी लापरवाही होती है. इसके बाद अब लोगों से यत्र-तत्र कचरा फेंकने पर जुर्माना लगाये जायेंगे. वहीं, निगम कर्मचारी की लापरवाही पर उन्हें दंडित किया जायेगा. पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने गोलपत्थर के पास डीलक्स शौचालय के ठेकेदार द्वारा निगम में शुल्क जमा नहीं करने का मामला उठाया गया.
इस पर डिप्टी मेयर ने कहा कि छह माह के अंदर शहर की 20 जगहों पर सुपर डीलक्स शौचालय बन कर तैयार हो जायेगा. उसके बाद बोर्ड में निर्णय लेकर सभी पुराने शौचालय को ध्वस्त कर दिये जायेंगे. इधर, वार्ड नंबर 49 की पार्षद प्रमीला देवी पटवा ने कहा कि वार्ड से सफाईकर्मी को कम कर दिया गया है. व्यावसायिक वार्ड होने के बाद भी वहां ढंग से सफाई नहीं हो पा रही है.
शहर में कब सुधरेगी जलापूर्ति व्यवस्था
वार्ड 39 के पार्षद संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि शहर में एडीबी के नाम पर पाइपलाइन विस्तार व मरम्मत का काम भी नहीं हो पा रहा है. इसके साथ ही बुडको को जलापूर्ति देखरेख के लिए देने के बाद यहां दैनिक पर काम कर रहे कर्मचारियों को छटनी की जाने की बात सामने आ रही है.
यह उनके साथ ज्यादती होगी. वार्ड 13 के पार्षद राहुल कुमार ने कहा कि पाइप लाइनविस्तार किया जाये, क्योंकि वार्ड के लोग पानी खरीद कर पी रहे हैं. इस पर बुडको के अधिकारी ने कहा कि निगम के छोटे-बड़े सभी जलापूर्ति केंद्र को मरम्मत व देखरेख के लिए लेनी है. किसी कर्मचारी को कहीं से हटाने की बात नहीं है. इसके साथ ही अप्रशिक्षित कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर ट्रेंड किया जायेगा. इस मामले में डिप्टी मेयर ने कहा कि 25 नवंबर 2021 तक एडीबी को जलापूर्ति व्यवस्था का काम समाप्त करना है. शहर में 75 हजार घरों को कनेक्शन दिया जायेगा. इसमें 446 किलोमीटर पाइपलाइन का विस्तार किया जाना है.
गाड़ियों में जीपीएस नहीं हो रहा कारगर
लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी गाड़ियों में लगे जीपीएस का फायदा निगम को नहीं मिल पा रहा है. नयी गाड़ियों में बैटरी के अभाव में जीपीएस काम नहीं करता. इसके कारण यहां के ड्राइवर मनमाने काम करते हैं.
पिछले दिनों ही ड्राइवर द्वारा टेंपो से तेल निकाल कर बेचने का मामला सामने आया था. ये बातें बैठक में वार्ड 33 के पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की हाजिरी बनाने के लिए लगाये गये निगम कार्यालय व स्टोर में बायोमीटरिक मशीन तीन माह से खराब हैं. इसके बाद भी कर्मचारियों का वेतन बन रहा है, जबकि नगर विकास विभाग ने सख्त निर्देश दे रखा है कि बायोमीटरिक एटेंडेंस के बाद ही पेमेंट किया जाये.
इस पर नगर आयुक्त डॉ ईश्वरचंद्र शर्मा ने कहा कि मशीन बनाने का आदेश दे दिया गया है. इसके साथ ही गाड़ियों में जीपीएस लगाने के निर्देश दिये गये हैं. मेयर वीरेंद्र कुमार ने कहा कि गाड़ी से तेल चोरी के मामले में जांच की जा रही है और इसमें जिनकी भी संलिप्तता होगी उन्हें दंडित किया जायेगा.