बोधगया: बोधगया स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आइएचएम) कैटरिंग टेक्नोलॉजी अप्लाइड न्यूट्रीशन कोर्स में डिप्लोमा के लिए 14 जुलाई से क्लास शुरू होगा. इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है.
संस्थान का निर्माणाधीन भवन तैयार होते ही अगले साल से यहां डिग्री कोर्स की भी पढ़ाई होगी. यह जानकारी शनिवार को इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के प्राचार्य सीतेश श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल संस्थान द्वारा 18 माह के डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई करायी जा रही है. इसमें डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन व डिप्लोमा इन फूड एंड बेवरेज सर्विस शामिल है. प्राचार्य ने बताया कि संस्थान द्वारा अब तक चार बैच निकाले गये हैं व सभी छात्र देश-विदेश के विभिन्न पांच सितारा होटलों में कार्यरत हैं. भारत सरकार से मान्यता प्राप्त यह बिहार सरकार का उपक्रम है और बिहार में हाजीपुर के बाद बोधगया में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई होती है. यहां विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का भी लाभ दिया जाता है. लगभग 30 हजार रुपये में होटल मैनेजमेंट संस्थान द्वारा डिप्लोमा कराने के दावे को खासकर, आर्थिक रूप से कमजोर व मगध क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए वरदान बताते हुए उन्होंने कहा कि रोजगार पाने के इच्छुक छात्रों के लिए यह सुनहरा अवसर है. यहां से डिप्लोमा प्राप्त छात्रों को आइआरसीटीसी (रेलवे), भारतीय सेना में कैटरिंग, खाड़ी के देशों व पर्यटन विभाग के होटलों सहित विभिन्न निजी होटलों में भी रोजगार पाने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि बोधगया स्थित संस्थान से डिप्लोमा प्राप्त कर पांच छात्र विदेशों में कार्यरत हैं. हालांकि, संस्थान के भवन निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा 10 करोड़ रुपये दिये जाने के बावजूद निर्धारित समयावधि में भवन तैयार न होने से डिग्री कोर्स को शुरू कराने में देर हुई है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि अगले साल तक भवन तैयार हो जायेगा व होटल मैनेजमेंट का तीन वर्षीय डिग्री कोर्स भी शुरू करा दिया जायेगा. मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो एसपी सिंह ने कहा कि गया क्षेत्र के 12वीं पास युवाओं के लिए यहां से डिप्लोमा प्राप्त कर नौकरी करने का बेहतर मौका है. इसका लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने बताया कि यह संस्थान मगध विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के समीप स्थित है.