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बच्चे लगायेंगे आम, सागवान के पौधे, मिलेंगी प्रेरणादायक पुस्तकें
गया : मुख्यमंत्री छात्र वृक्षारोपण योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 में गया व जहानाबाद के दस विद्यालयों का चयन किया गया है. यहां के बच्चे स्कूल परिसर के अलावा अपनी पसंद के स्थान पर भांति-भांति के पौधे लगायेंगे. वन विभाग की ओर से इन बच्चों को कई प्ररेणादायक पुस्तकें मिलेंगी. जल्द ही वन विभाग […]
गया : मुख्यमंत्री छात्र वृक्षारोपण योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 में गया व जहानाबाद के दस विद्यालयों का चयन किया गया है. यहां के बच्चे स्कूल परिसर के अलावा अपनी पसंद के स्थान पर भांति-भांति के पौधे लगायेंगे. वन विभाग की ओर से इन बच्चों को कई प्ररेणादायक पुस्तकें मिलेंगी. जल्द ही वन विभाग इन स्कूलों को पौधे मुहैया करा देगा.
वन प्रमंडल पदाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गयी है. हर वर्ष कई स्कूलों में इस योजना के तहत बच्चे पौधे लगाते हैं. इतना ही नहीं बच्चों को इन पौधों को देखभाल करने के लिए भी स्कूल की ओर से प्रेरित किया जाता है.
क्या है योजना : राज्य के सभी मान्यता प्राप्त सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में कक्षा छह में अध्ययनरत छात्र- छात्राओं को इस योजना में शामिल किया जाता है. इसमें वैसे ही विद्यालयों को प्राथमिकता दी जाती है, जिनमें भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे राष्ट्रीय ग्रीन कोर योजना के तहत इको क्लब का गठन किया गया है. वन विभाग द्वारा ही बच्चों का चयन किया जाता है.
ये हैं चयनित स्कूल : इस योजना के तहत गया जिो में चंदौती मध्य विद्यालय के 43 विद्यार्थी, डुमरिया के मध्य विद्यालय टेकरा खुर्द के 63, बाराचट्टी के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के 48, खिजरसराय मध्य विद्यालय के 42, वजीरगंज के मध्य विद्यालय कुर्कीहार के 82 विद्यार्थी शामिल हैं. वहीं जहानाबाद जिले के मध्य विद्यालय साहपुर के 45, मध्य विद्यालय ओकरी के 60, मध्य विद्यालय तेंदुई के 60, मध्य विद्यालय गंगापुर के 91 व मध्य विद्यालय जहानाबाद के 100 विद्यार्थी शामिल हैं.
लगाये गये 50 फलदार व छायादार पौधे, फतेहपुर. सर्वजन कल्याण व शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष उदय प्रकाश पांडेय उर्फ नन्हु बाबा के नेतृत्व में प्रखंड के डुमरीचट्टी गांव में बुधवार को पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित कर पौधा लगाया गया. इस मौके पर संस्था के सदस्यों ने देवी मंदिर परिसर सहित अन्य जगहों पर 50 फलदार और छायादार पौधे लगाये गये. संस्था के अध्यक्ष उदय प्रकाश पांडेय ने कहा कि पौधा लगाना बहुत जरूरी है और इससे ज्यादा जरूरी है पौधों की रक्षा करना. वहां उपस्थित सदस्यों ने शपथ लिया कि लगाये गये पौधे की सुरक्षा करेंगे, जब तक वह वृक्ष नहीं बन जाये. संस्था के सदस्यों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष संस्था द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम चला कर लोगों को पर्यावरण सुरक्षित रखने के लिए जागरूक कराया जाता है. इस मौके पर संजय कुमार केसरी,वार्ड सदस्य गोपाल केसरी, बदरी प्रसाद केसरी, शुकर प्रजापज, शोनू कुमार व नौशाद आलम उपस्थित थे.
100 किसानों के बीच वितरित किये गये आम के पौधे
टिकारी. कृषि कार्यालय के प्रांगण में एक कार्यक्रम के तहत अमाकुआं पंचायत के जगदर गांव एवं महमना पंचायत के कुसापी गांव के लघु एवं सीमांत किसानों को आम के पौधे वितरण किये गये.चयनित गांव में 100 किसानों को आम का पौधा दिया गया. प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुनील दत्त शर्मा ने किसानों से क्षेत्र को हरा-भरा करने की अपील की. इस मौके पर कृषि समन्वयक अभिषेक हर्षवर्धन, ललित कुमार, वीणा कुमारी सहित कई किसान सलाहकार रहे.
बच्चों के मनपसंद स्थान पर करते हैं पौधारोपण
पौधारोपण के लिए निर्धारित स्थल बच्चों के पसंद के अनुसार होती है. बच्चों को उनके मनपसंद स्थान पर पौधारोपण की छूट दी जाती है. ताकि छुट्टियों में बच्चे जहां जहां पौधे लगाये हैं वहां उसकी देखभाल करने के लिए वह प्रेरित हो साथ ही उनमें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी पैदा हो. पौधारोपण स्थल में पंचायत में अवस्थित अपने घर का प्रांगण, सार्वजनिक भूमि, विद्यालय प्रांगण, धार्मिक स्थल, सड़क, नहर, नदी तटबंध, नदी का कछार आदि शामिल है.
पौधारोपण के लिए पौधों की प्रजाति का किया चयन
प्रत्येक छात्र व छात्रा को दो पौधे उपलब्ध कराने का प्रावधान है. जिसमें एक फलदार पौधा व एक काष्ठ जनित पौधा होगा. फलदार पौधा अंतर्गत आम, अमरूद, नींबू आदि एवं काष्ठ जनित पौधा अंतर्गत सागवान इत्यादि पौधे शामिल है. हालांकि दो वर्ष पूर्व तक प्रति छात्र व छात्राओं को 100 रुपये की नगद राशि दी जाती थी. लेकिन अब इसके स्थान पर नेशनल बुक ट्रस्ट की अधिकतम 200 रुपये मूल्य की विभिन्न विषयों की ज्ञानोपयोगी किताबें बच्चों को दी जायेगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
पर्यावरण संरक्षण के प्रति बच्चों में जागरूकता लाने के लिए यह सरकार द्वारा योजना शुरू की गयी है. इस वर्ष भी योजना के लिए दो जिलों के बच्चों का चयन किया गया है. हम जल्द ही उन स्कूलों में पौधा मुहैया करा देंगे. इसके अलावा बच्चों को कई पुस्तकें भी पौधों के साथ दी जायेगी, ताकि वह इसका समुचित इस्तेमाल कर सके.
रणवीर सिंह, वन प्रमंडल पदाधिकारी, गया
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