Darbhanga News: दरभंगा. कर्पूरी चौक से पूरब डीएमसीएच का नया भवन बन रहा है. इसी परिसर में पारामेडिकल छात्रावास में छात्र रहते हैं. संवेदक के द्वारा इस हॉस्टल का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें मजदूरों के लिये कैंटीन व गोदाम बना दिया गया है. छात्रों का आरोप है कि उनके छात्रावास को अतिक्रमित कर लिया गया है. इससे उनकी परेशानी बढ़ गयी है. खासकर छात्रों की पढ़ाई व अन्य कार्य में परेशानी हो रही है. इसे लेकर छात्रों ने डीएमसीएच अधीक्षक डॉ शीला साहू से मुलाकात की. हालांकि कोई समाधान नहीं हो सका. छात्रों का कहना है कि अपनी समस्या को लेकर दरभंगा मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ अलका झा से भी मुलाकात करनी चाही, लेकिन वे नहीं मिली. इस वजह से छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इधर, इस मामले को लेकर दर्जनों छात्रों ने एक मई की रात सांसद गोपालजी ठाकुर से मुलाकात की. छात्रों के अनुसार जनप्रतिनिधि से मिलने के बाद भी कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया. पारामेडिकल छात्रों ने कहा कि अब अंतिम स्थिति में डीएम राजीव रौशन से बात की जायेगी, ताकि किसी तरह समस्या का समाधान हो सके.
डीएमसी प्राचार्य से जुड़ा है मामला
इस मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पारामेडिकल छात्रों को दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से मिलना चाहिये. यह उनके क्षेत्राधिकार में है. इस स्थिति में वे ही कुछ भी नहीं कर सकती हैं, हालांकि अस्पताल प्रशासन के अनुसार छात्रों के समस्या का समाधान होना चाहिये.
पारा मेडिकल छात्रों को खाली करना होगा छात्रावास
इस संबंध में दरभंगा मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ अलका झा ने कहा कि डीएमसीएच के नये भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है. इसको देखते हुए परिसर स्थित पारा मेडिकल हॉस्टल को खाली करने का निर्देश दिया जा चुका है. विभागीय निर्देश के आलोक में पिछले माह पत्र भी जारी कर दिया गया है. छात्रों को सरकार के निर्देश का अनुपालन कर छात्रावास खाली करना चाहिये. इसके लिये उन्हें 15 दिन का समय भी दिया गया था, जो पूरा हो चुका है.
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