Darbhanga News: दरभंगा. बेला गुमटी के समीप स्थित रेलवे रैक प्वाइंट परिसर में ट्रक लगाये जाने से रोकने को लेकर गहराये विवाद के चलते 42 घंटे से अधिक समय तक मालगाड़ी रैक प्वाइंट पर खड़ी रही. इसपर सीमेंट की बोरी लदी थी. विवाद सुलझने के बाद सोमवार की सुबह करीब सवा आठ बजे से ट्रेन से सामान अनलोड होना आरंभ हुआ. इस बीच जहां एक ओर रेलवे के नियमानुसार कारोबारी को जोरदार आर्थिक चपत लग गयी, वहीं रास्ते में कई मालगाड़ियों के रूके रहने के कारण रेलवे को भी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी. बहरहाल विवाद सुलझा लिया गया है.
बता दें कि तीन मई की दोपहर लगभग डेढ़ बजे भगवान ट्रेडिंग संस्थान की 21 बोगियों वाली सीमेंट लदी मालगाड़ी रैक प्वाइंट पर पहुंची. कहा जाता है कि रैक प्वाइंट पर ट्रक संचालकों द्वारा गाड़ियां खड़ी रखी जाती हैं. आरपीएफ के पदाधिकारी ने माल ट्रेन आने के समय ही इस परिसर में ट्रक लगाने की बात कह सभी गाड़ियों का प्रवेश रोक दिया. ट्रक संचालकों का कहना था कि माल ट्रेन के आने का कोई निश्चित समय नहीं होता. सवारी गाड़ियों को प्राथमिकता देने की वजह से निर्धारित समय से काफी देर बाद भी माल ट्रेन आती हैं. ऐसे में जल्द से जल्द गाड़ी को अनलोड करने के लिए ट्रक को परिसर में मुस्तैद रखा जाता है. वहीं बतौर ट्रक संचालक आरपीएफ का कहना था कि बेवजह अवैध तरीके से ट्रक लगाना सही नहीं है. इसी बात पर विवाद गहरा गया. ट्रक संचालकों ने हड़ताल कर दी. सूत्र बताते हैं कि इसे लेकर रविवार की शाम एक बैठक भी हुई, लेकिन उस समय समाधान नहीं हो सका. सोमवार की सुबह विवाद समाप्त होने के बाद मालगाड़ी से सामान अनलोड किया गया.अनलोडिंग में विलंब पर जुर्माना का प्रावधान
एक मालगाड़ी को खाली करने के लिए सात घंटे का समय रेलवे देती है. इसके बाद जितना अधिक वक्त लगता है, उसके एवज में नियमानुसार पार्टी से जुर्माना की वसूली की जाती है. फ्री अवधि खत्म होने के अगले छह घंटे तक 150 रुपये प्रति घंटा, सात से 12 घंटे तक 165 रुपये तथा 12 घंटे से 24 घंटे तक 25 प्रतिशत फाइन भरना पड़ता है. 48 से 72 घंटे तक सौ फीसदी जुर्माना का प्रावधान है. ऐसे में अगर रेलवे इसे पार्टी का फॉल्ट माने तो उन्हें जुर्माना भरना होगा. बहरहाल इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा, यह स्पष्ट नहीं हो सका है.लहेरियासराय में खड़ी रही दूसरी मालगाड़ी
बेला रैक प्वाइंट इंगेज रहने की वजह से दूसरी मालगाड़ी लहेरियासराय स्टेशन पर घंटों खड़ी रही. इसमें भी सीमेंट लदा था. सूत्र बताते हैं कि अन्य स्टेशनों पर भी कुछ माल ट्रेन रुकी रही. स्वाभाविक रूप से इससे रेलवे का नुकसान हुआ. इधर इस बाबत संपर्क करने पर आरपीएफ इंस्पेक्टर पुखराज मीणा ने इस मामले में आरपीएफ की भूमिका को सिरे से नकारते हुए कहा कि मजदूरों के भुगतान को लेकर कुछ विवाद था. ट्रक लगाकर रखने की भी रेल अधिकारी से शिकायत मिली थी. कुछ घंटों के लिए काम बाधित हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है