Darbhanga News: दरभंगा. जब्त स्कूटी को लहेरियासराय थाना से उठा ले जाकर घरेलू काम में उपयोग करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज करा दिया गया है. स्कूटी के मालिक विनीत कुमार की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज हुई है. स्कूटी को थाना से उठा कर ले जाया गया था. ऐसे में पुलिस की ओर से प्राथमिकी नहीं दर्ज कराये जाने को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं.
पुलिस की गलती सामने आते ही कानून को भूला विभाग
पुलिसकर्मियों की गलती सामने आते ही विभाग कानून को भूल जाता है. जबकि आम लोग एक गलती करे तो, पुलिस वाले उस पर न जाने कितने तरह की धारा लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराती है. लोगों का कहना है कि क्या पुलिस तथा आम आदमी की एक ही तरह की गलती के लिए भारतीय दंड संहिता में अलग-अलग विधान है? ऐसा नहीं, तो फिर थाना से स्कूटी चोरी मामले में पुलिस अपनी ओर से प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की?स्कूटी उठा ले जाने की थानाध्यक्ष को जानकारी तक नहीं
पुलिसकर्मी स्कूटी उठा ले गये, लेकिन थानाध्यक्ष को जानकारी तक नहीं मिली, यह लोगों के गले नहीं उतर रहा. मामला सामने आने के बाद से ही थानाध्यक्ष को कार्रवाई के दायरे से बाहर रखा गया है. बता दें कि महीनों तक महिला पुलिस कर्मी तथा उनके परिजन स्कूटी का उपयोग करते रहे. संबंधित वीडियो वायरल नहीं होता, तो जब्त स्कूटी का अवैध उपयोग यथावत जारी रहता.बिना नंबर के जब्त स्कूटी पर पुलिस लिखाकर किया जा रहा था उपयोग
बता दें कि बिना नंबर के जब्त स्कूटी पर पुलिस लिखाकर उपयोग किया जा रहा था. वाहन चेकिंग के दौरान बिना हेलमेट पहने व्यक्ति का लहेरियासराय पुलिस ने स्कूटी ही जब्त कर लिया था. बाद में इस स्कूटी का उपयोग करते महिला पुलिसकर्मी के परिजन का वीडियो वायरल हुआ. एसएसपी के संज्ञान में मामला आते ही लहेरियासराय थानाध्यक्ष को जांच की जवाबदेही दी गयी. जांच के दौरान महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि एएसआइ सह थाना लेखक के कहने पर वह स्कूटी ले गयी थी. थानाध्यक्ष की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने महिला पुलिसकर्मी रंभा कुमारी व एएसआइ सह थाना लेखक ओमप्रकाश यादव को निलंबित कर दिया था. वहीं पीड़ित से आवेदन लेकर चार मार्च के डेट में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है